सूरत : आंगनबाडी कार्यकर्ताओं के वेतन को लेकर कलेक्टर कार्यालय में हंगामा

सूरत : आंगनबाडी कार्यकर्ताओं के वेतन को लेकर कलेक्टर कार्यालय में हंगामा

पिछले दो सालों से आंगनबाडी कार्यकर्ताओं का वेतन बढ़ाकर स्थायी करने की मांग की जा रही है

मजदूरी को लेकर आंगनबाडी महिला कार्यकर्ताओं ने जिला कलेक्टर कार्यालय पर धरना दिया। महिलाओं ने जिला कलेक्टर कार्यालय पर धावा बोलकर अपनी मांगों को पूरा करने के लिए सरकार के सामने पेश किया है। कई वर्षों से लंबित पड़े होने के बावजूद सरकार की ओर से इस पर गंभीरता से ध्यान नहीं दिया गया है।


काम का बोझ बढ़ा लेकिन वेतन नहीं


आंगनबाडी कार्यकर्ता जिन्हें काम पर रखा गया था उन आंगनबाडी कार्यकर्ताओं से तरह-तरह के काम लिए जाते हैं। वेतन वृद्धि को लेकर काफी देर तक प्रेजेंटेशन चला। गांधीनगर तक आंदोलन करने के बाद उन्हें एक वचन भी दिया गया था लेकिन उसे पूरा नहीं किया।

यहां तक ​​कि सरकार द्वारा उपलब्ध कराए गए मोबाइल भी काम नहीं करते हैं


आंगनबाडी कार्यकर्ता संघ की अध्यक्ष हेतल पटेल ने कहा कि हम सरकार से बार-बार मांग कर रहे हैं लेकिन हमारी मांगों को पूरा नहीं किया जा रहा है। सभी महिला आंगनबाडी कार्यकर्ताओं की मांग है कि अगले विधानसभा चुनाव से पहले हमारी मांग को मान लिया जाए। अगर सरकार सभी के मामलों को गंभीरता से लेती है, तो उसे हमारे मामलों को गंभीरता से लेना चाहिए और हमारे वेतन में वृद्धि करनी चाहिए। आंगनबाडी कार्यकर्ता व सहायिका के वेतन में काफी समय से बदलाव नहीं किया गया है। हम जो कुछ भी करते हैं वह मोबाइल के जरिए होता है। लेकिन सरकार जानती है कि उसने जो उपकरण मुहैया कराए हैं, वह काम नहीं कर रहा है, फिर भी वह नए उपकरण देने की बजाय बेरहमी से काम को बेहतर और सटीक तरीके से करने की बात करती है।
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