सूरत : जैन समुदाय ने मनाया पर्युषण पर्व, सिटीलाइट तेरापंथ भवन में आयोजित विशाल धर्मसभा

सूरत : जैन समुदाय ने मनाया पर्युषण पर्व, सिटीलाइट तेरापंथ भवन में आयोजित विशाल धर्मसभा

जैन धर्म के लोग एक दूसरे को मिच्छामी दुक्कड़म कहकर संवत्सरी मनाते हैं

जैन धर्म का प्रमुख आध्यात्मिक पर्व पर्युषण सूरत में रंगारंग तरीके से मनाया जा रहा है। सूरत के सिटीलाइट क्षेत्र के तेरापंथ भवन में जैन श्वेतांबर तेरापंथ द्वारा एक विशाल धर्मसभा का आयोजन किया गया। इसे संबोधित करते हुए मुनि उदित कुमारजी ने युगप्रधान आचार्य श्री महाश्रमणजी के आदेश में कहा कि भ्रम में भी मधुरता रखनी चाहिए।

धर्मसभा में सदगुणो की समझ भक्तों को दि गयी 


पर्युषण पर्व के दौरान मुनि की उपस्थिति में तपस्या का उपक्रम भी बहुत अच्छा चल रहा है। सेकड़ो अठाई, हजारों उपवास और तपस्या अनवरत चल रही हैं। इस दौरान आंतरिक दोषों को मिटाकर व्यक्ति के मूल संस्कारों को फिर से जगाने की समझ दी जा रही है। अपने मूल संस्कारों को फिर से जगाने की भावना के साथ-साथ आंतरिक पाप को मिटाकर प्रेम और आत्मीयता का वातावरण बनाया जाता है।

आतंकवाद को भी खत्म किया जा सकता है


मुनि अनंतकुमार ने कहा, मिच्छामी दुक्कड़म की भावना सभी में जाग्रत हो जाए, तो हर समस्या का समाधान हो सकता है। आज कोई अपनी गलती मानने या स्वीकारने या माफ करने को तैयार नहीं है। फिर अगर मिच्छामी दुक्कड़म की भावना सभी में जागृत हो जाए, तो युद्ध रुक जाएगा और शांति स्थापित हो जाएगी। साथ ही आतंकवाद और भ्रष्टाचार जैसी बुराइयों को भी मिटाया जा सकता है।
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