पीपीई किट और मास्क की लेब टेस्टिंग की सुविधा शुरु होने से सूरत के कपड़ा उद्यमियों को हो गई है बड़ी राहत!

अब तक पीपीई किट और मास्क की लैब टेस्टिंग के लिए वडोदरा या कोयंबटूर जाना पड़ता है

कोरोना काल के बाद से पीपीई किट और मास्क की लैब टेस्टिंग के लिए वडोदरा या कोयंबटूर जाने वाले व्यापारियों को बहुत बड़ी राहत मिली है। अब से अपने ही शहर में ये टेस्टिंग हो सकेंगी और इसके लिए कई उद्योगपतियों ने शहर में ही एक टेस्टिंग की सुविधा स्थापित कर ली है।
गौरतलब है कि कोरोना काल में कोरोना के खिलाफ जंग जीतने के लिए शहर ने एन-95 मास्क के साथ पीपीई किट का उत्पादन शुरू किया। इन्हें टेस्टिंग सर्टिफिकेट होने पर ही मास्क और पीपीई किट बेचने का नियम बनाया गया था। कुछ लोग कोई भी मास्क बनाकर पैसा कमा रहे थे, इसलिए सरकार ने इसके नियम भी लागू कर दिए थे। चूंकि सूरत में इसके लिए कोई लैब नहीं थी, इसलिए शहर के निर्माताओं को फेस मास्क और पीपीई किट परीक्षण के लिए कोयंबटूर या वडोदरा जाना पड़ता था। ऐसे में सूरत के मास्क और पीपीई किट निर्माताओं ने अपने शहर में एक प्रयोगशाला स्थापित करने की मांग की। इस बीच, मंत्रा ने लैब में त्वरित निर्णय लेकर फेस मास्क और पीपीई किट के परीक्षण के लिए बुनियादी ढांचा स्थापित करने का निर्णय लिया है।
जिसके बाद महज छह महीने की छोटी अवधि में मंत्री ने ढाई करोड़ की लागत से अत्याधुनिक उपकरणों की खरीद के लिए लैब तैयार की है। इस संबंध में मंत्रा अध्यक्ष रजनीकांत बचकानीवाला ने कहा कि मंत्र सूरत में मास्क और पीपीई किट की अहम जांच करेगा। इस टेस्टिंग में 7 बैक्टिरिया फिल्ट्रेशन एफिशिएंसी, जिसमें फेस मास्क से कितने बैक्टीरिया गुजरते हैं, इसे मापा जाएगा। पार्टिकल फिल्ट्रेशन एफिशिएंसी- यह परीक्षण मापेगा कि कणों को कितना फिल्टर किया जाता है, यानी क्या यह कोरोना वायरस को रोकेगा।
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