सूरत : ई-एफआईआर करने के मामले में भी अपने लोग राज्य भर में सबसे अधिक

सूरत : ई-एफआईआर करने के मामले में भी अपने लोग राज्य भर में सबसे अधिक

एक महीने में 426 ई-एफआईआर दर्ज, इसमें से 33 प्रतिशत में शिकायतें दर्ज

डिजिटल इंडिया के तहत गुजरात राज्य में वाहन और मोबाइल चोरी के अपराध में शुरू की गई ई-एफआईआर के तहत एक महीने में 426 ई-एफआईआर दर्ज हुई हैं। जिसमें से 33 प्रतिशत ई-एफआईआर शिकायतें दर्ज की जा चुकी हैं।

एक महीने में 426 ई-एफआईआर

डिजिटल इंडिया के हिस्से के रूप में गुजरात के गृह विभाग द्वारा पिछले 23 जुलाई को ई-एफआईआर सुविधा शुरू की गई थी। आईपीसी 379 यानी मोबाइल या वाहन चोरी के तहत सिटीजन पोर्टल या सिटीजन फर्स्ट मोबाइल एप पर मैनुअली शिकायत दर्ज करानी होती है। इसके बाद उस थाने के संबंधित अधिकारी को शिकायत संलग्न कर 48 घंटे के भीतर प्राथमिक जांच रिपोर्ट तैयार कर ई-एफआरआई तैयार करनी होती है। फिर उसके आधार पर ई-गुजकॉप में प्राथमिकी दर्ज की जाती है। ऐसे में ई-एफआईआर शुरू होने के एक महीने में अब तक कुल 426 ई-एफआईआर दर्ज की जा चुकी हैं।
ई-एफआईआर के संबंध में सूरत पुलिस द्वारा चलाए जा रहे जागरूकता अभियान का नागरिकों ने अधिकतम लाभ उठाया है और पुलिस ने जांच रिपोर्ट पर विचार करते हुए 33 प्रतिशत मामलों में शिकायतें दर्ज की हैं। अन्य मामलों में यह पाया गया है कि ई-एफआईआर केवल आपराधिक गतिविधियों में मोबाइल या वाहन का उपयोग न करने के उद्देश्य से दर्ज की गई थी।

अन्य जिलों में शिकायतों का आंकड़ा बहुत कम

उल्लेखनीय है कि राज्य के अन्य शहरों की तुलना में सूरत में सबसे ज्यादा शिकायतें दर्ज हैं। जबकि अन्य शहरों और जिलों में बमुश्किल 100 से अधिक शिकायतें दर्ज की जाती हैं।
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