त्यौहार : रिश्तों की सुगंध को लम्बे समय तक संजोने की कवायत, बाजार में पर्सनलाइज् राखियों की अच्छी खासी मांग

त्यौहार : रिश्तों की सुगंध को लम्बे समय तक संजोने की कवायत, बाजार में पर्सनलाइज् राखियों की अच्छी खासी मांग

अगस्त आने के साथ ही त्यौहारों का सीजन शुरू हो रहा है। इन त्यौहारों में सबसे खास त्यौहार रक्षाबंधन हा त्यौहार है। भाई-बहन के बीच के अटूट प्रेम के इस त्यौहार को मानाने के तरीके में आधुनिकता के साथ साथ बदलाव देखा जा रहा है। कई पीढ़ियों तक भाई-बहन, नंदन भाभी के प्यार को बनाए रखने के लिए लोग रसायन से तैयार राखी का इस्तेमाल कर रहे है। साथ ही इलायची, लौंग, कॉफी, सुपारी, साबुत हल्दी, कपूर, चावल और अन्य चीजों से राखी बनाई जाती है। समय के गुजरने के साथ ही रक्षा बंधन के अवसर पर विशेष रूप से व्यक्तिगत राखियों की मांग बाजार में बढ़ रही है। 
आपको बता दें कि हिंदू धर्म के इस खास दिन में राखियों की अच्छी खासी मांग होती है जिसे त्योहारों और विशेष धामक आयोजनों में महत्वपूर्ण वस्तुओं को राल रसायनों के साथ मिलाकर लंबे समय तक संरक्षित किया जा सकता है। साथ ही इस साल राखियों पर भाई-भाभी के पेशे के हिसाब से डिजाइन तैयार किए गए हैं।
राखी मेकर अदितिबेन ने बताया कि ये पर्सनलाइज् राखियां तैयार की जा रही हैं। जिसकी काफी डिमांड है। देवर हो तो राखी में उसका जिक्र होता है और डिजाइनर भाभी हो तो राखी में मोती, सेफ्टी पिन सैली जैसी छोटी-छोटी चीजें नजर आती हैं। राखियों की मांग देश के विभिन्न राज्यों से ऑनलाइन माध्यम से आती है। रक्षाबंधन पर इन राखियों को बांधने के बाद इन चीजों को जीवन भर के लिए संरक्षित करने के लिए एक विशेष राल रसायन में रखकर तैयार किया जाता है। जिसकी कीमत 150 रुपये से लेकर 500 रुपये तक है।

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