सूरत : स्टार्ट-अप शुरू करने की मुश्किले और इसके लिए वित्त कैसे प्राप्त करें, इस पर उद्यमियों का मार्गदर्शन

सूरत :  स्टार्ट-अप शुरू करने की मुश्किले और इसके लिए वित्त कैसे प्राप्त करें, इस पर उद्यमियों का मार्गदर्शन

भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा इको सिस्टम) बन गया है जिसमें गुजरात पिछले तीन साल से सबसे आगे है, जबकि सूरत गुजरात में आगे बढ़ रहा हैः हिमांशु बोडावाला

ज़ीरो टू वन में एक उद्यमी अपना निश्चित वेतन छोड़कर कुछ बनना या बनाना चाहता है तब उसकी यात्रा के बारे में विस्तार से बताया
दक्षिण गुजरात चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री और सासभूमि सूरत तथा ऑनस्योरिटी ने संयुक्त रूप से  'फंड अप' पर एक पैनल चर्चा का आयोजन किया। चैंबर के अध्यक्ष हिमांशु बोडावाला ने कहा, भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा पारिस्थितिकी तंत्र ( इको सिस्टम) बन गया है। इको सिस्टम को विकसित करने की दिशा में गुजरात पिछले तीन साल से सबसे आगे है, जबकि सूरत गुजरात में आगे बढ़ रहा है। इसलिए उन्होंने युवा उद्यमियों को उद्योगों में साहस करने के लिए प्रोत्साहित किया।
'जर्नी फ्रॉम जीरो टु वन' विषय पर पैनल डिस्कशन का आयोजन किया गया। जिसमें ओनस्योरिटी के सह-संस्थापक कुलिन शाह, प्लश्वी डॉट इन के संस्थापक और सीईओ आगम शाह, यार्न बाजार के संस्थापक और सीईओ प्रतीक गाड़िया और रेफ्रेंस के संस्थापक नमन सरवागी ने अपने विचार प्रस्तुत किए। ज़ीरो टू वन में एक उद्यमी अपना निश्चित वेतन छोड़कर कुछ बनना या बनाना चाहता है तब उसकी यात्रा के बारे में विस्तार से बताया। जीरो टू वन का सफर अनुभव के साथ बदलता है।
इसके अलावा मेट्रिक्स बिहाईन्ड स्टार्ट-अप विषय पर आयोजित पैनल चर्चा में व्हाइटबोर्ड कैपिटल के वरिष्ठ सहयोगी सुबोध जालोरी, बिज़सोमिया के संस्थापक मनोज डवाणी और नेक्सस वेंचर्स के पार्टनर्स के तकनीकी निवेशक भुवन बिजावत ने अपने विचार प्रस्तुत किए। और एक स्टार्ट-अप की यात्रा का वर्णन किया। चढाव-उतार के बारे में जानकारी दी।
पैनलिस्टों ने कहा कि वैल्यूएशन और फंडिंग की तुलना में विचार और निष्पादन अधिक महत्वपूर्ण हैं। स्टार्ट-अप द्वारा किस तरह के मेट्रिक्स बनाए जाने चाहिए और वेंचर कैपिटल फर्म के रिटर्न की जानकारी दी। उद्यमियों को इस बात पर चर्चा करने का सुझाव दिया गया था कि अतिरिक्त उद्यम पूंजी फर्म धन के अलावा क्या पेशकश कर सकती हैं। साथ ही उन्होंने एक स्टार्ट-अप से उद्यम पूंजी फर्मों की क्या अपेक्षा रखते है इसकी पूरी जानकारी दी।
चैंबर की स्टार्ट-अप और इनोवेशन कमेटी के सह-अध्यक्ष पुनीत गजेरा ने कार्यक्रम का संचालन किया और सह-अध्यक्ष राजेश माहेश्वरी ने पैनलिस्टों का परिचय दिया। स्टार्ट-अप एंड इनोवेशन कमेटी के चेयरमैन सीए मयंक देसाई ने कार्यक्रम का सार प्रस्तुत करते हुए कहा कि चैंबर हमेशा इस दिशा में मेंटरिंग कार्यक्रम आयोजित करेगा और चैंबर द्वारा मुफ्त मार्गदर्शन भी प्रदान किया जाता है। अंत में चेंबर के ग्रुप चेयरमैन डॉ. अनिल सरावगी ने उपस्थित सभी का आभार व्यक्त करते हुए कार्यक्रम का समापन किया।
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