सूरत : हथनूर बांध से 3 लाख क्युसेक पानी आने पर उकाई बांध से तापी नदी में 2 लाख क्यूसेक का डिस्चार्ज

सूरत : हथनूर बांध से 3 लाख क्युसेक पानी आने पर उकाई बांध से तापी नदी में 2 लाख क्यूसेक का डिस्चार्ज

सूरत में बाढ़ की कोई संभावना नहीं है, उकाई बांध को नियमस्तर 333 फीट तक बनाए रखने का प्रयास

आज सूबह से मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र में बारिश रूकी हुई है
उकाई बांध के अपस्ट्रीम महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश में पिछले दो दिनों में हुई भारी बारिश के कारण 3 लाख क्यूसेक पानी आ रहा है। इसलिए उकाई बांध की सतह नियम स्तर 333 को पार कर 333.20 पर पहुंच गई है। उकाई बांध का नियम स्तर बनाए रखने के लिए प्रशासन द्वारा 1.99 लाख क्यूसेक पानी तापी नदी में छोड़ा जा रहा है। जिसके कारण तापी नदी दोनो किनारो पर लबालब बह रही है और सूरत के कॉजवे पर तापी नदी का जलस्तर 9.46 मीटर पहुंच गया है।
महाराष्ट्र में हथनूर बांध के ऊपर भारी बारिश के कारण रात में बांध से 3.50 लाख क्युसेक पानी तापी नदी में छोड़ा गया था। हालांकि सुबह में इसमें धीरे-धीरे कमी आई। इसलिए वर्तमान में उकाई बांध में 3 से 2.71 लाख क्युसेक पानी की आय हो रही है। इसलिए बांध के 13 गेट खोल दिए गए हैं। उकाई के 13 फाटकों के खुलने से अभी 1.99 लाख क्यूसेक पानी तापी नदी में छोड़ा जा रहा है। जिससे उकाई से सूरत शहर तक तापी नदी के निचले इलाकों को प्रशासन ने अलर्ट कर दिया है
उकाई बांध से पानी छोड़े जाने से इस समय सिंगनपुर-रांदेर को जोडनेवाला वियर कम कोजवे का 6 मीटर का भयजनक स्तर अब 9.46 मीटर तक पहुंच गया है। जिसके चलते सात फ्लडगेट को बंद कर दिया गया है। हालांकि अगर सूरत शहर में भारी बारिश होती है तो शहर में सीवर बाढ़ की स्थिति बन सकती है। हालांकि मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक बारिश की कोई संभावना नहीं है, इसलिए सीवर में पानी भरने की संभावना नहीं है।
भारी बारिश और बाढ़ की स्थिति में प्रशासन द्वारा किए जाने वाले कार्यों की तैयारी पहले से ही की जा चुकी है। फ्लडगेट बंद होने पर पानी निकालने के लिए पंपों की व्यवस्था की जाती है। तो यह पंप कुछ बारिश के पानी में उपयोगी साबित हो सकता है। यदि भारी बारिश होती है, तो सिस्टम धीरे-धीरे उकाई से पानी छोडऩे को कम कर सकता है। हालांकि, चूंकि वर्तमान में बारिश नहीं हो रही है, सिस्टम उकाई से पानी छोड़ कर नियम स्तर को बनाए रखने की कोशिश कर रहा है।
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