सूरत : इस्कोन संस्था द्वारा श्री जगन्नाथ, बलदेव, सुभद्राजी की 29 वी भव्य रथयात्रा

सूरत : इस्कोन संस्था द्वारा श्री जगन्नाथ, बलदेव, सुभद्राजी की 29 वी भव्य रथयात्रा

संसद सभ्य, कलेक्टर , पोलीस कमिश्नर , मनपा कमिश्नरी तथा महापौर और स्थायी समिती चेरमेन भी बड़ी श्रध्धा पूर्वक भाग लेंगे, प्रथम आरती करेंगे तथा भगवान का रथ प्रस्थान करायेंगे

1 जुलाई, शुक्रवार के दिन सूरत रेल्वे स्टेशन से दोपहर 3.00 बजे बडे सुंदर हरीनाम कीर्तन से रथयात्रा की शुरूआत होगी
हर सालकी तरह इस साल भी इस्कोन संस्था, जहांगीरपुरा, हरे कृष्ण मंदिर की तरफ से श्री जगन्नाथ, श्री बलदेवजी तथा श्री सुभद्राजी की भव्य रथयात्रा का आयोजन दिनांक 1 जुलाई, शुक्रवार के दिन रखा हुआ है। जीस की शुरूआत सुरत रेल्वे स्टेशन से दोपहर 3.00 बजे बडे सुंदर हरीनाम कीर्तन से होगी। जोस मे देश-विदेश के हरेकृष्ण भक्त भी होंगे। संसद सभ्य, कलेक्टर , पोलीस कमिश्नर , मनपा कमिश्नरी तथा आदरणीय मेयर और स्थायी समीती चेरमेन भी बड़ी श्रध्धा पूर्वक भाग लेंगे। सूरत कलेकटर श्री, मेयरश्री एवं पोलीस कमिश्नरश्री प्रथम आरती करेंगे तथा भगवान का रथ प्रस्थान करायेंगे। रथयात्रा रेल्वे स्टेशन से नीकल कर टेक्टाइल मार्केट होकर उधना दरवाजा, मजूरा गेट, सरदार पुल, अडाजण रोड होकर जहांगीरपुरा स्थित इस्कोन मंदिर में विसर्जन होगी। वहाँ मंदिर में सब भक्तो को प्रसाद खिलाया जायेगा।
इस साल श्री जगन्नाथ रथ यात्रा का भव्य आयोजन किया हुआ है। जीस में एक बडी बेन्ड पार्टी, घोडे और श्रील प्रभुपाद की बगी की सवारी और सब के लीए जगन्नाथ प्रसाद वितरण की व्यवस्था की है। रथयात्रा के दौरान मार्ग मे बुंदी और हलवा प्रसाद का वितरण सतत कीया जायेगा। 
अपाढ़ सुद बीज के दिन साल में सिर्फ एकबार ही भगवान श्री जगन्नाथ, बलदेवजी, और सुभद्राजी पतित जीवात्मा के कल्याण हेतु स्वयं नगर के विभिन्न भागो में घुम कर दर्शन देने की कृपा करेंगे। जगन्नाथ पुरी में भी इस दोन बहुत धामधूम से रथयात्रा नीकलती है। शास्त्र के अनुसार इस दीन जो भगवान जगन्नाथ के दर्शन करते हैं तथा भगवान के रथ की रस्सी खिंचता है तो उसे अवश्य भगवान की कृपा का पात्र बनाकर, उच्चतर लोक में निवास प्राप्त होता है और पतित जीवात्माओं के सर्व पाप जलकर, उसके सब दुःखों का नाश होता है। जगद्गुरू श्रील प्रभुपाद की कृपा से हम लोग भी हर साल बहुत धामधूम से भव्य रथयात्रा नौकालते है। जीसमें आप सभी कार्यक्रमानुसार आमंत्रित है। इसलिए भगवान जगन्नाथ की अहेतुकी कृपा प्राप्त करने, रथ खींचने तथा दर्शन करने और भगवान का प्रसाद खाने के लिए आप सबको सार्वजनिक तथा हार्दिक आमंत्रित किया जाता है।

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