सूरत पुलिस ने किया साहसी कार्य, सात साल से वांटेड कुख्यात अपराधी को फिल्मी अंदाज में धर-दबोचा

सूरत पुलिस ने किया साहसी कार्य, सात साल से वांटेड कुख्यात अपराधी को फिल्मी अंदाज में धर-दबोचा

सूरत के पांडेसरा इलाके में सात साल पहले जग्गा मालिया की हत्या करके अपराध की दुनिया में अपना नाम बनाने वाला प्रवीन राउत २०१६ में जमानत पर फरार हुआ था

सूरत के पांडेसरा इलाके में सात साल पहले जग्गा मालिया की हत्या करके अपना दबदबा बनाकर आपराधिक दुनिया में अलग पहचान बनाने वाला और 2016 में सात दिन की जमानत पर फरार हो अपने पैतृक बिहार से ही अपना गैंग चला रहा कुख्यात प्रवीण राउत को सूरत पुलिस आखिरकार पकड़ने में सफल रही। तीन दिन पहले जब वह ताड़ पीने के लिए घर से निकला और गांव के पदार पहुंचा तो 8 दिन से उसकी राह देख रही सूरत क्राइम ब्रांच की टीम ने बिहार एसटीएफ की मदद से उसे उठा लिया।
क्राइम ब्रांच के सूत्रों के मुताबिक, सात साल पहले सूरत के पांडेसरा इलाके में जग्गा मालिया की हत्या कर लूट, फिरौती जैसे अपराधों में शामिल प्रवीण राउत इससे पहले सूरत पुलिस को तीन बार चकमा देने में सफल रहा था। इसके बाद सूरत पुलिस ने प्रवीन को पकड़ने के लिए ऑपरेशन घोस्ट शुरू किया था। इसी ऑपरेशन के तहत क्राइम ब्रांच ने तकनीकी निगरानी और मुखबिरों की मदद से पता लगाया कि परवीन राउत बिहार के अपने पैतृक गांव गोरमा में रह रहा है। इसके बाद आठ दिन पहले सूरत क्राइम ब्रांच से दो पीएसआई और आठ पुलिसकर्मियों की टीम वहां पहुंची।
क्राइम ब्रांच की टीम ने सबसे पहले बिहार एसटीएफ की मदद से उसके घर की जानकारी ली। अपने विवरण की पुष्टि करने के बाद जब प्रवीन तीन दिन पहले ताड़ पीने के लिए घर से निकल कर गांव के बाहर पहुंचा उसे बिहार एसटीएफ की मदद से सूरत की पुलिस ने उसे पकड़ लिया और एक सुरक्षित स्थान पर ले गयी और बाद में बिहार से ले आया गया। सूरत के पुलिस आयुक्त अजय कुमार तोमर ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि सूरत शहर, सूरत जिले, तापी जिले और राज्य के अन्य शहरों के अलावा, कई ग्रामीणों को हत्या, डकैती, लूटपाट सहित 17 अपराधों के लिए गिरफ्तार किया गया था। अपहरण, फिरौती व हथियार सहित 4 वारदातों में अपराधी के प्रति गाँव वालों की सहानुभूति के बावजूद पुलिस ने ऑपरेशन को सफलतापूर्वक अंजाम दिया। पुलिस आयुक्त ने कहा कि प्रवीण राउत को पकड़ने वाली टीम को शहर पुलिस पुरस्कार के अलावा राज्य सरकार से विशेष पुरस्कार के लिए सिफारिश की जाएगी।
बता दें कि प्रवीण राउत को पकड़ने पहुंची सूरत क्राइम ब्रांच की टीम ने उस पर लगातार नजर रखने के लिए स्थानीय लोगों की तरह अपना हुलिया बना लिया था और लुंगी, बनियान और गमछा पहनाकर अपना काम कर रहे थे। वहीं अब प्रवीन को लाजपुर जेल में रखना सूरत पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती होगी। वर्तमान में सूरत के कई गिरोह गुजरात के लाजपुर जेल में बंद हैं। इन गिरोहों में से कई के साथ उसकी दुश्मनी है और आने वाले दिनों में उस पर जेल में हमला होने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है।
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