सूरत : सकल जैन समाज और समस्त राजस्थानी समाज की बेटियों की शानदार सामूहिक शादी समारोह 5 को

सूरत : सकल जैन समाज और समस्त राजस्थानी समाज की बेटियों की शानदार सामूहिक शादी समारोह   5 को

जैन समाज में शादी के पीछे बेफिजूल खर्च की प्रथा को नाबूद करने के लिए पहली अनोखी पहल करने जा रहा हूं : हिमम्तभाई सामरा

आज समाज में जो हो रहा है वह देखकर चिंतित होना जरूरी है। बिना किसी विचारधारा के हम सिर्फ उन चीजों में उलझे हुए हैं जिनका आने वाली पीढ़ी के लिए कोई उपयोग नहीं है। इन चीजों को संभालने और आडंबरों की दिक्कत आने वाली पीढ़ी को विरासत में देकर जा रहे हैं। हम शिक्षा एवं स्वास्थ्य पर निवेश नहीं कर रहे हैं। हम आज भी महासम्मेलन एवं जगह-जगह बेफिजूल आडंबरो में उलझे हैं। हमारा समाज विचारधारा विहीन होता जा रहा है, सामाजिक प्रतिष्ठा की दौड़ में अजीबो गरीब हरकतें करते हुए दिखाई दे रहे हैं। शादी-विवाह का नाम सामने आते ही भव्यता और खर्चा स्मृति पटल पर सामने आने लगता है। विवाहों के सभी उत्सवों पर जमकर पैसा खर्च होता है और विवाह समारोह में भोजन में आइटमो की गिनती नहीं की जा सकती। सामूहिक विवाह की परंपरा प्रतिष्ठा प्राप्त करने को हो रहे बेफिजूल आडंबरों की श्रृंखला को रोकने का कारगर उपाय साबित होगा। समाज को भीड़ में खोने से बचाना है, इन छोटी-छोटी बातों की गहराइयों को समझ कर समाज में लोगों को सही दिशा प्रदान करने के लिए जैनम चेरिटेबल ट्रस्ट ने पी. पी. सवाणी ग्रुप की कड़ी महेनत से प्रेरित होकर पहली बार जैन समाज का जैनम चेरिटेबल ट्रस्ट सूरत द्वारा एक अनोखा प्रयास चुंदडी मायरा री (समूह विवाह) करने जा रहा है।
जैनम द्वारा सकल जैन समाज एवं समस्त राजस्थानी समाज की पिता की छत्र छाया खो चुकी एवं आर्थिक रुप से कमजोर बेटियों का अनोखा समूह विवाह सूरत में हो रहा है। पुरे भारत वर्ष में पहली बार जैन समाज में ऐसा विवाह समारोह का आयोजन होने जा रहा है। जिसमे 4 जून 2022 को महेंदी रस्म का आयोजन एवं संगीत संध्या का भव्य आयोजन किया गया है और  5 जून 2022 को शानदार शादी समारोह का आयोजन किया गया है।
 जैनम ट्रस्ट के फाउंडर  हिम्मतभाई सामरा ने बताया कि मैं करीब 2 साल से महेशभाई सवाणी की भव्य शादी समारोह में उपस्थित रहा हूं, उनके समाज के प्रति की गई अनोखी 
सेवा अमूल्य है। जिससे में प्रेरित होकर आज जैन समाज में शादी के पीछे बेफिजूल खर्च की प्रथा को नाबूद करने के लिए पहली अनोखी पहल करने जा रहा हूं। जिसमे मेरे पिता तुल्य महेशभाई सवाणी की ओर से जैनम को खूब सहकार मिला है। मैं पूरे सवाणी परिवार का दिल से आभार व्यक्त करता हूं। 
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