सूरत : वर्क परमिट वीजा की जगह 5 को टूरिस्ट वीजा देने पर एक्सएल इंटरनेशनल के 3 के खिलाफ शिकायत, 2 गिरफ्तार

सूरत : वर्क परमिट वीजा की जगह 5 को टूरिस्ट वीजा देने पर एक्सएल इंटरनेशनल के 3 के खिलाफ शिकायत, 2 गिरफ्तार

इंस्टाग्राम पर वर्क परमिट और वीजा की घोषणा पढऩे के बाद संपर्क किया, चार लोगों से 26 लाख रुपये की ठगी करने के बाद ऑफिस बंद कर फरार हो गए

उमरा पुलिस ने एक्सएल इंटरनेशनल के तीन में से दो पार्टनर को किया गिरफ्तार
सूरत में हजीरा की ओएनजीसी कंपनी में ठेके पर काम करने वाले एक युवक समेत पांच लोगों को दुबई और यूक्रेन से छात्र वीजा दिलाने का लालच दिया गया। 26.41 लाख रुपये की धोखाधडी की गयी। उमरा पुलिस ने दममस रोड स्थित लक्सुरिया बिजनेस हब से एक्सएल इंटरनेशनल के तीन में से दो भागीदारों को गिरफ्तार किया है।
मुकेश दलपत परमार (उम्र 26), जो वेसु में राहुलराज मॉल के पीछे सुमन मल्हार के अपार्टमेंट में रहता है और हजीरा की ओएनजीसी कंपनी में अनुबंध के तहत काम करता है, उसने इंस्टाग्राम पर वर्क परमिट और वीजा विज्ञापन पढ़ा। तलसारिया और हेमल ने पांडवों से संपर्क किया। तीनों ने मुकेश से दुबई का वर्क परमिट वीजा दिलाने के लिए 1.83 लाख रुपये लिए। लेकिन नियत समय में वर्क परमिट वीजा की जगह सिर्फ एक महीने का टूरिस्ट वीजा जारी किया गया।
मुकेश ने 1.83 लाख रुपये वापस मांगे तो तीनों ने उसे धमकाया और रात के दौरान अचानक कार्यालय में ताला लगाकर फरार हो गए। दूसरी ओर, एक्सएल इंटरनेशनल के भागीदारों ने केवल मुकेश ही नही अन्य चार लोगों को वर्क परमिट वीजा दिलाने का कहकर कुल रुपये 26.41 लाख वसूले थे। हालांकि उमरा पुलिस ने ठगों के खिलाफ मामला दर्ज कर राजेंद्र रावजी तलसारिया और हेमल हिपेश पांडव को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि धार्मिक माधवानी की तलाश कर रही है। गौरतलब है कि ठगों का यह गिरोह पहले भी वर्क परमिट वीजा के नाम पर ठगी कर चुका है।
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