सूरत : कामरेज में आरएसएस शिविर का हुआ समापन

सूरत : कामरेज में आरएसएस शिविर का हुआ समापन

2025 में जब आरएसएस की 100 वीं वर्षगांठ पुर्ण होने जा रही है तभी राष्ट्रजागरण ने समाज की कोमल शक्ति के सहयोग पर जोर देते हुए प्रबुद्ध लोगों को सही दिशा में चर्चा करने का आह्वान किया।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ गुजरात प्रांत ने सूरत के कामरेज में प्रथम वर्ष में 20 दिवसीय संघ शिक्षा वर्ग (शिविर) का आयोजन किया था 
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ गुजरात प्रांत ने सूरत के कामरेज में प्रथम वर्ष में 20 दिवसीय संघ शिक्षा वर्ग (शिविर) का आयोजन किया। शिविर के समापन कार्यक्रम में आज बैंड के विभिन्न वाद्ययंत्रों, छड़ी के प्रयोगों, कराटे, परेड और योगासन का सुंदर प्रदर्शन किया गया। कार्यक्रम में उपस्थित विशिष्ट अतिथि और समाज के सेवाभावी सदस्य केशुभाई गोटी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की राष्ट्रीय भावना की प्रशंसा करते हुए समाज से देशभक्ति को अपनी प्राथमिकता बनाने का आह्वान किया।कार्यवाहक मनसुखभाई पटेल शिविर के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए कहा कि 300 छात्रों के 20 दिनों के प्रशिक्षण में सुबह 9.30 बजे से रात 10.00 बजे तक एक निश्चित दिनचर्या में रहने से अनुशासन, सामूहिकता और देशभक्ति की भावना जागृत होती है। इस कार्यक्रम के मुख्य वक्ता कैलाशभाई त्रिवेदी ने आजादी के अमृत महोत्सव यानी 75 साल के जश्न के दौरान देश के लिए बलिदान और कष्ट सहने वाले सभी लोगों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने आगे कहा कि स्वतंत्रता के संदर्भ में "स्वयं ही देश की पहचान है"। और उन्होंने "स्व" को जानने और सच्चे भारतीय विचारों और मूल्यों के आधार पर देश की व्यवस्था को चलाने की आवश्यकता पर बल दिया। 2025 में जब आरएसएस की 100 वीं वर्षगांठ पुर्ण होने जा रही है तभी राष्ट्रजागरण ने समाज की कोमल शक्ति के सहयोग पर जोर देते हुए प्रबुद्ध लोगों को सही दिशा में चर्चा करने का आह्वान किया। उन्होंने सामाजिक परिवर्तन में पर्यावरण, सामाजिक सद्भाव के साथ-साथ पारिवारिक जागरूकता की भूमिका पर जोर दिया। विश्व पटल पर भारत की प्रभावशाली भूमिका के सन्दर्भ में देशवासियों ने एकजुट होकर राष्ट्र की प्रबल भावना को प्रकट कर राष्ट्र को सुदृढ़ बनाने पर बल दिया। इस कार्यक्रम में सूरत शहर और दक्षिण गुजरात से बड़ी संख्या में भाई-बहन शामिल हुए।