सूरत : सायन क्षेत्र में सुविधाओं के मुद्दे पर राजनीतिक उत्पीड़न कब तक...?

सूरत : सायन क्षेत्र में सुविधाओं के मुद्दे पर राजनीतिक उत्पीड़न कब तक...?

सुविधाएं नहीं मिलीं तो कांग्रेस द्वारा सरकारी दफ्तर में ढोल बजाकर विरोध प्रदर्शन करेगी : दर्शन नायक

सरकार में मंत्री पद पर विधायक और सांसद दोनों के होते हुए भी नागरीकों को भुगतना पड रहा है
सूरत ओलपाड तालुका के सायन क्षेत्र में रास्ते में रेलवे स्टेशन पर गुजरात-भिलाड सुपरफास्ट, फिरोजपुर जनता, दाहोद इंटरसिटी सुपरफास्ट ट्रेन स्टॉपेज, फुट ओवर ब्रिज असुविधा के साथ-साथ कृषि बिजली की समस्याओं को अक्सर उठाया गया है। स्थानीय लोगों की समस्याओं के प्रति प्रशासन का ढुलमुल रवैये के कारण समस्या घटने के बजाय बढ़ रही है।
सायन रेलवे ओवरब्रिज बनते ही सायन मेन मार्केट ओवरब्रिज नीचे आ गया। सार्वजनिक परिवहन के लिए पुल के बगल में एक फुटब्रिज बनाया गया है, लेकिन ग्रामीण फुटब्रिज का उपयोग नहीं करते हैं क्योंकि यहा आने के लिए तीन किलोमीटर लंबा चक्कर लगाना पडता है। इसलिए ग्रामीण बार-बार फुटपाथ और अंडरग्राउंड पास के लिए मांग कर रहे हैं लेकिन व्यवस्था सुन नहीं रही है। फुटब्रिज का उपयोग नहीं होने से फुटब्रिज भी शोभा की गांठ जैसा हो गया है।
सायन गांव लगभग 20 हजार की आबादी वाला गांव है और चूंकि यहां औद्योगिक, चीनी कारखाने, सहकारी समितियां हैं, सूरत, तापी, भरूच जिलों के हजारों लोग रोज़ाना रोज़गार के लिए सायन गांव आते हैं। मजदूर वर्ग के लोग सायन रेलवे का उपयोग करते रहे हैं इसलिए रेलवे लाखों कमाती है।
सायन रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म 1,2 और 3,4 पर शेड छोटे होने से यात्रियों को गर्मी और मानसून के मौसम में मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। यात्रियों को टिकट लेने के लिए रेलवे स्टेशन पर एक फुटब्रिज बनाया गया है लेकिन फुटब्रिज जर्जर हालत में है, यात्री अपनी जान जोखिम में डालकर टिकट पाने के लिए रेलवे ट्रैक पार कर रहे हैं।
हालाँकि ओलपाड तालुका का प्रतिनिधित्व करने वाले दोनों विधायक और सांसद सरकार में मंत्री पद रखते हैं, लेकिन क्षेत्र के अनसुलझे मुद्दों को कई वर्षों से हल नहीं किया गया है।
 इस संबंध में स्थानीय सहकारिता एवं किसान नेता एवं प्रदेश कांग्रेस महासचिव दर्शन नायक ने मांग की है कि सायन देलाड क्षेत्र में उद्योग, दो हाई स्कूल, सायन शुगर फैक्ट्री एवं अन्य लघु उद्योग घराने स्थित है, जिसमें सायन में हजारों की संख्या में रोजगार के लिए लोग आते है। स्टेशन सुविधाओं की कमी के कारण कठिनाइयों का सामना कर रहा है और किसानों को कृषि के लिए पर्याप्त बिजली नहीं मिल रही है।
 हालांकि दांडी सड़क को सरकार द्वारा हेरिटेज रोड घोषित किया गया है, लेकिन देलाड से अमरोली तक की सड़क को चौड़ा या मरम्मत नहीं किया गया है। वाटरजेट इकाइयां बड़े पैमाने पर जल प्रदूषण पैदा कर रही हैं और भूजल स्तर नीचे जा रहा है। सरकार द्वारा उद्योगों को दिए जाने वाले अत्यधिक प्रोत्साहन से भविष्य में किसानों के लिए बड़ा जल संकट उत्पन्न होने की संभावना है।भू-जल गहरा होने से पृथ्वी पुत्र की समस्याएँ और विकट होती जा रही हैं।
र्शन नाईक ने मांग को दोहराते हुए कहा कि संबंधित सरकारी तंत्र क्षेत्र के लोगों के साथ-साथ आसपास के जिलों से रोजगार के लिए आने वाले लोगों की समस्याओं का समाधान करें और समस्याओं का तत्काल समाधान करें, अन्यथा कांग्रेस के नेतृत्व वाले स्थानीय लोगों द्वारा विरोध प्रदर्शन किया जायेगा जिसकी पूरी जिम्मेदारी प्रशासन की रहेगी। 
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