सूरत : महानगर पालिका संचालित स्कूलों में दाखिले के लिये बढ़ता क्रेज

सूरत : महानगर पालिका संचालित स्कूलों में दाखिले के लिये बढ़ता क्रेज

सूरत के इस सरकारी स्कूल में दाखिले के लिए करोड़पति भी काट रहे चक्कर, 1400 सीटों के मुकाबले 4042 आवेदन आए

सूरत मनपा संचालित समिति की स्कूलों में पिछले 3 साल से दाखिले के लिए भीड़ देखने को मिल रही है। जिसमें इस वर्ष 1400 की क्षमता के विरुद्ध 4042 आवेदन प्राप्त हुए हैं। स्कूल अत्याधुनिक सुविधाएं प्रदान करता है जो निजी स्कूलों को टक्कर देती हैं। इससे अभिभावकों में इस स्कूल में दाखिले के लिए उत्सुकता बढ़ गई है।
आमतौर पर सरकारी या समिति स्कूलों में  अभिभावकों अपने बच्चों को पढ़ने के लिए भेजने से परहेज करते थे। हालांकि सूरत शिक्षा समिति की उत्राण  स्थित स्कूल नंबर 354 में दाखिले के लिए लाइन लगी हुई है। पिछले तीन वर्षों से अच्छी शिक्षा के कारण यह सरकारी स्कूल लगातार निजी स्कूलों के छात्रों को आकर्षित कर रहा है। यहां माता-पिता अपने बच्चों के प्रवेश के लिए उत्सुक हैं। एक ही भवन में चल रहे दो पाली के विद्यालय में कुल विद्यार्थियों की संख्या 1400 है। लेकिन वर्तमान में यहां 4042 से अधिक छात्र प्रवेश के लिए आ रहे हैं।
कोरोना होने से वैकेशन से पहले सोशल मीडिया के जरिए गूगल फॉर्म भेजे थे। इस लिंक के आधार पर लोगों ने फॉर्म भरकर पत्र भेजा। प्रपत्रों की संख्या 4042 से अधिक हो गई है। इस स्कूल में शिक्षा का स्तर एक निजी स्कूल से भी बेहतर है और माता-पिता अपने बच्चों को इस स्कूल में दाखिला दिलाने पर जोर देते हैं। स्कूल के शिक्षक निजी स्कूल से बेहतर पढ़ा रहे हैं और माता-पिता छात्रों को स्कूल में प्रवेश देते हैं क्योंकि परिणाम अच्छा है। इसके साथ ही यहां बच्चों को नवीनतम तकनीक का उपयोग करके पढ़ाया जा रहा है। यहां बच्चों को स्मार्ट बोर्ड समेत तमाम सुविधाएं मुहैया कराई जाती हैं। इतना ही नहीं, स्कूल किताबें, भोजन और परिवहन खर्च का भी भुगतान करता है। 
अभिभावकों का मानना ​​है कि लंबे समय से शिक्षा समिति में शिक्षा के स्तर में सुधार हो रहा है। सरकार व नगर पालिका की ओर से दी जा रही सुविधाओं का लाभ उठाकर शिक्षक विद्यार्थियों को अच्छी शिक्षा दे रहे हैं। शिक्षा समिति के स्तर में सुधार जारी है, लोग अपने बच्चों को निजी स्कूल से शिक्षा समिति स्कूल में स्थानांतरित कर रहे हैं। समिति की स्कूल में प्राचार्य व सुपरवाइजर भी बच्चों को पढ़ाते हैं।
ऑनलाइन प्रवेश की प्रभारी रमाबेन का कहना है कि समिति के स्कूल की कक्षा 1 में प्रज्ञा प्रोजेक्ट चल रहा है। साथ ही समिति के स्कूल में छात्रों को दबाव बिना शिक्षा दी जाती है। इसलिए छात्रों का मानसिक विकास भी बहुत अच्छा होता है। इसके साथ ही समिति के शिक्षक छात्रों को मन लगाकर पढ़ाई करा रहे हैं और शिक्षा समिति को अपडेट किया जा रहा है। 
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