सूरत: सिविल अस्पताल में एसरकंडीशन बंद पड़े तो भीषण गर्मी से त्राहिमाम कर उठे बाल-मरीज, अभिभावक घर से पंखा लाए!

सूरत: सिविल अस्पताल में एसरकंडीशन बंद पड़े तो भीषण गर्मी से त्राहिमाम कर उठे बाल-मरीज, अभिभावक घर से पंखा लाए!

इस समय सूरत में जबरजस्त गर्मी पड़ रही हैं। इसी बीच सूरत में भीषण गर्मी शुरू होते ही न्यू सिविल के चिल्ड्रन वार्ड के पीआईसीयू में एसी बंद कर दिया गया है। हालात ये हैं कि मरीज के रिश्तेदार अपने बच्चों को गर्मी से बचाने के लिए घर से पंख लेकर आ रहे हैं। कुछ लोग कागज या फाइल हांक कर बच्चे को हवा दे रहे हैं। इतना ही नहीं बच्चों के वार्ड में 7 से 8 भी  पंखे बंद हैं।
जानकारी के अनुसार नए सिविल अस्पताल की चौथी मंजिल पर बने बच्चों के वार्ड में विभिन्न बीमारियों से ग्रसित बच्चों का इलाज किया जाता है। जिसमें गंभीर हालत में चार बेड के 4 पीआईसीयू में बच्चों का इलाज किया जा रहा है। चिलचिलाती गर्मी में बाल रोगियों को राहत देने के लिए चार-पांच दिन पहले दोनों पीआईसीयू में दो नए एसी लगाए गए थे। तीन दिन पहले एक पीआईसीयू का एसी बंद कर दिया गया था। जिससे पीआईसीयू में इलाज करा रहे मरीज की हालत बिगड़ गई है।
वार्ड स्टाफ ने इसकी सूचना पीआईयू के विद्युत विभाग को दे दी है लेकिन एसी आज सुबह तक चालू नहीं हुआ और वार्ड स्टाफ ने लिखित में शिकायत की थी। इसके अलावा लंबे समय से वार्ड में 7 से 8 पंखे बंद रहते हैं। वार्ड स्टाफ ने पंखे की मरम्मत या बदलने की शिकायत की लेकिन इसे गंभीरता से नहीं लिया। वहीं पीआईसीयू में एसी बंद होने के कारण मरीज के परिजन अपने घर से टेबल फैन लाकर बच्चे को गर्मी से राहत देने के लिए हवा दे रहे हैं। जबकि अन्य मरीजों के परिजन वहां इलाज करा रहे बच्चे को कागज या फाइल रैप बनाकर हवा दे रहे हैं ताकि उन्हें गर्मी न लगे।
बता दें कि सिविल चिल्ड्रन वार्ड के पीआईसीयू में वेंटिलेटर रखा गया है। हालांकि, एसी बंद होने के कारण वेंटिलेटर का कंप्रेसर गर्म हो जाता है। जिससे वहां गर्मी की मात्रा बढ़ जाती हैं और इस गर्मी से भर्ती बच्चों को परेशानी होती है। जिससे बच्चे की हालत भी गंभीर होने की आशंका है। सूत्रों ने बताया कि इलाज और जरूरी उपकरण इस्तेमाल करने वाले बच्चों के लिए एसी बेहद जरूरी है।
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