सूरत : सरथाना में विहंगम योग ध्यान शिविर एवं सत्संग समारोह सरथाना में रविवार को

सूरत :  सरथाना में विहंगम योग ध्यान शिविर एवं सत्संग समारोह सरथाना में रविवार को

योग-योग सब कहे, योग न जाना कोय...

चेतन विज्ञान विहंगम योग के पथदर्शक अनंत सद्गुरु सदाफल देवजी की कृपा से मानव को ईश्वर के साथ मिलाने का उद्घोष करने वाले सद्गुरु आचार्य  स्वतंत्र देवजी और सद्गुरु उत्तराधिकारी विज्ञान देवजी महाराज आध्यात्मिक राजधानी  वाराणसी स्थित स्वर्वेद महामंदिर से सूरत पधार रहे हैं। 
विहंगम योग संत समाज और वांसदा दंडकवन आश्रम द्वारा सद्गुरु आचार्य स्वतंत्र देवजी और सद्गुरु के उत्तराधिकारी विज्ञान देवजी महाराज के पावन सानिध्य में रविवार 24 अप्रैल को सायं  5-30 बजे से 8-30 बजे तक मंगीबा फार्म,नवजीवन होटल के सामने, गढ़पुर रोड, सरथाना सूरत में विहंगम योग सत्संग समारोह व ध्यान शिविर का आयोजन किया गया है। शिविर में सिंगापुर, अमेरिका, इंडोनेशिया, मलेशिया के अलावा देश के विविध राज्यों से आने वाले साधकों सहित कुल 20 हजार लोग शामिल होंगे। 
‌ द्वापरयुग में भगवान श्रीकृष्ण ने मन को वश में करने के लिए जो ज्ञान अर्जुन को दिया था वही ब्रह्मविद्या विहंगम योग के माध्यम से सरल रूप में व्यावहारिक रूप में सिखाई जाएगी।  विहंगम योग की साधना प्रणाली कई प्रकार के रोगों से प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से राहत के साथ-साथ आध्यात्मिक और भौतिक लाभ भी देती है। विहंगम योग चेतन विज्ञान है और कई देशों के वैज्ञानिक विहंगम योग पर शोध कर रहे हैं। 
वाराणसी से पधारे आचार्य ने बताया कि योग का अर्थ है दो वस्तु का मेल यानी आत्मा से परमात्मा से मेल का नाम है योग। विहंगम योग संस्थान का 100 देशों सहित 500 आश्रम हैं। सद्गुरु आचार्य श्री की अमृतवाणी, सत्संग और ध्यान शिविर का लाभ लेने के लिए जनता को आमंत्रित किया जाता है। कार्यक्रम का समापन महाप्रसाद (भंडारा) के साथ होगा।
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