सूरत : शिक्षक की छात्रा के साथ की काली करतूत, सीसीटीवी में कैद हुई हैरान करने वाली घटना

ऐसे शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई तो वह दोबारा ऐसी हरकत करता रहेगा, इसलिए इसकी शिकायत डीईओ से की गई

सचिन क्षेत्र के सनलाइट स्कूल के प्रिंसिपल की कोरोना से मौत के बाद जब उनके परिवार ने प्रिंसिपल का लैपटॉप स्कूल प्रबंधन को लौटाया तो उसमें वीडियो देखकर प्रभारी प्राचार्य चौक उठे। एक शिक्षक द्वारा क्लास रुम में एक किशोरी के साथ छेड़खानी करता हुआ सीसीटीवी सामने आया है।  
स्कूल ने फैसला किया कि भले ही स्कूल का नाम सामने आएगा,  अगर ऐसे शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई तो वह दोबारा ऐसी हरकत करता रहेगा, इसलिए इसकी शिकायत डीईओ से की गई है। रिसेस के दौरान कक्षा आठवीं में सीसीटीवी कैमरे चालू थे, जिसमें एक छात्रा अकेला बैठा दिखाई दे रही है। उसके बगल में जाकर नीलेश भलानी बैठ जाता हैं और उसके साथ बैड टच करते हुए  उसके साथ शारीरिक मस्ती करने लगते हैं।
आचार्य की कोरोना में मौत के बाद पूरा मामला तब सामने आया जब प्रभारी आचार्य को लैपटाप मिला। सनलाइट स्कूल में कक्षा-8वीं से 10वीं तक के छात्रों के लिए मैथ्स-साइंस की क्लास ले रहे टीचर नीलेश भलानी ने साल 2019 में क्लास में 8वीं के छात्रा के साथ छेड़खानी की थी। यह घटना कक्षा में लगे कैमरे में कैद हो गई। किसी तरह यह मामला स्कूल के तत्कालीन प्राचार्य मनीष परमार के संज्ञान में आया। उन्होंने नीलेश भलानी पर नजर रखनी शुरू की और उनके अलग-अलग वीडियो अपने लैपटॉप में जमा किए।
इस बीच, मनीषभाई को कोरोना हो गया और इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। अभी कुछ दिन पहले जब मनीषभाई के परिवार ने स्कूल को लैपटॉप लौटाया तो उसमें से नीलेश की वासना भरी लंपट लीला निकली। प्रभारी प्रधानाचार्य ने ट्रस्टी जयसुखभाई को वीडियो दिखाया। स्कूल ने छात्रा के माता-पिता से संपर्क किया लेकिन उन्होंने बदनामी के डर से शिकायत दर्ज नहीं कराई। शिक्षक को स्कूल से निकाल दिया गया है, लेकिन किसी अन्य स्थान पर इस तरह की प्रवृत्ति नहीं करे इसलिए नीलेश के खिलाफ सबूत के साथ जिला शिक्षा अधिकारी के पास शिकायत दर्ज कराई है।
स्कूल संचालक के मुताबिक लैपटॉप से ​​शिक्षक नीलेश भलानी के एक नहीं बल्कि 5 अलग-अलग वीडियो मिले हैं। प्रिंसिपल ने सबूत जुटाए थे लेकिन कोई कार्रवाई करने से पहले मौत का सामना करना पड़ा। उनकी मौत के बाद भी छात्रों को न्याय पाने का मौका दिया गया है। तब प्रभारी प्रधानाध्यापक ने फैसला किया कि यदि ऐसे शिक्षक के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई, तो वह इस तरह की हरकत करता रहेगा।
स्कूल के ट्रस्टी जयसुख कथिरिया ने कहा कि ज्यादातर संचालक स्कूल की बदनामी के डर से इस तरह की घटनाओं को दबा देते हैं, लेकिन हम नहीं चाहते कि किसी अन्य छात्र के साथ ऐसी घटनाएं हों। इसलिए हमने अपने स्कूल के नाम के साथ शिक्षक के खिलाफ जिला शिक्षा अधिकारी से शिकायत की है। अपने मामले का बचाव करते हुए, एक शिक्षक, नीलेश भलानी ने कहा, "मेरे खिलाफ आरोप झूठे हैं। छात्रा मेरे पहचान की थी। 
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