सूरत : शहर के 4 जोन में 1 मई से शुरू होगा 50 बेड का अस्पताल

डॉक्टरों, पैरामेडिकल स्टाफ और मेडिकल मशीनरी की खरीद की मंजूरी, स्वास्थ्य सेवाओं तक उचित पहुँच के लिए प्रयास

नागरिकों को अस्पताल में उचित सुविधा प्रदान करने का कार्य करें
सूरत नगर निगम की स्थायी समिति की आज बैठक हुई। जिसमें कुछ अहम फैसले लिए गए। शहर के सभी जोन में 50 बेड के अस्पताल शुरू करने का फैसला काफी समय पहले लिया गया था। 1 मई से शहर के 8 जोन में से  4 जोन में 50 बेड का अस्पताल शुरू किया जाएगा। स्थायी समिति की बैठक में आज डॉक्टरों, पैरामेडिकल स्टाफ और चिकित्सा मशीनरी की खरीद को मंजूरी दी गई। निगम भी सूरत में अस्पताल शुरू करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है जैसे दिल्ली में शुरू हुआ महोला क्लिनिक।
स्थायी समिति अध्यक्ष परेश पटेल ने मीडिया को जानकारी देते हुए कहा कि स्थानीय लोगों के लिए स्वास्थ्य सेवाओं तक उचित पहुंच सुनिश्चित करने के लिए प्रत्येक जोन में 50 बिस्तरों वाला अस्पताल स्थापित किया जाएगा। नागरिकों को उचित सुविधाएं प्रदान करने के लिए अस्पताल शुरू किया जा रहा है। अस्पताल को डॉक्टरों के साथ-साथ पैरामेडिकल स्टाफ की भी भर्ती करने की अनुमति दी गई है। इसके साथ ही सारी मशीनरी खरीदने की भी तैयारी की जा रही है। इस प्रकार आम आदमी पार्टी शहर में स्वास्थ्य संबंधी गतिविधियों पर लगातार आरोपल लगा रही थी। विशेष रूप से जब भी कोई राजनीतिक बहस हुई तो शासकों को मोहल्ला क्लीनिकों में दी जाने वाली चिकित्सा और दिल्ली में सरकारी स्कूलों की शुरुआत के साथ घेरने की कोशिश की गई।
स्थायी समिति के अध्यक्ष परेश पटेल ने कहा कि शहर में स्वास्थ्य सेवा को और मजबूत करने के लिए हर जोन में अस्पताल शुरू करने का निर्णय लिया गया है। प्रत्येक वार्ड में कम से कम 50 बिस्तरों वाला अस्पताल स्थापित करने पर विचार किया जा रहा था। आखिरकार उन्हें हरी झंडी दे दी गई है। इसके साथ ही एक और अहम फैसला यह भी लिया गया है कि सूरत शहर की 1093 आंगनबाड़ियों में 6 महीने से 3 साल तक के बच्चों को 3 दिन तक 100 एमएम दूध दिया जाएगा। ताकि बच्चों को कुपोषण से दूर रखा जा सके। सुमुल डेयरी से अनुबंध कर सभी बच्चों को दूध उपलब्ध कराया गया है। एक गैर-नवीकरणीय संगठन द्वारा 6 दिनों के लिए नाश्ता प्रदान किया जाएगा।
Tags: