पंजाब से सूरत आ गई मानसिक रूप से अस्थिर महिला की तीन साल बाद पति से हुई मुलाकात

पंजाब से सूरत आ गई मानसिक रूप से अस्थिर महिला की तीन साल बाद पति से हुई मुलाकात

आने वाले समय में जीवनयापन के लिए सूरत आयेगा परिवार

परिवार से बिछड़े मानसिक रूप से विक्षिप्त लोगों की सेवा करते हुए पालक पिता ने साढ़े तीन साल पहले रेलवे स्टेशन पर एक नवजात बच्चे के साथ मिली महिला को उसके पति से दस दिन पहले से मिलवाया। हालांकि घर की स्थिति सही नहीं होने पर ये परिवार होली-धुलेटी के बाद रोजगार के लिए सूरत आने वाला है।
बता दें कि परेशभाई डखरा अनुमानित 20 वर्षों से अधिक समय से सूरत में मानसिक रूप से मंद लोगों की देखभाल और इलाज कर रहे हैं। उनमें से कई ठीक होकर अपने रास्ते चले गए हैं तो किसी के अभिभावक मिल गए। इन लोगों के अभिभावकों या रिश्तेदारों को खोजने के लिए परेशभाई इन लोगों को लेकर प्रतिदिन सड़क पर निकलते हैं। साढ़े तीन साल इससे पहले सूरत रेलवे स्टेशन पर पुलिस ने नवजात बच्चे के साथ मिली मानसिक रूप से मंद महिला को परेशभाई को सौंप दिया था। हालांकि कुछ दिन पहले पंजाब में रहने वाले इस महिला के पति को उसके बारे में सोशल मीडिया के जरिए पता चला और फिर वो अपनी खोई हुई पत्नी को लेने सूरत आया। पति-पत्नी का ये मिलन एक भावुक पल था।  परेशभाई पति-पत्नी के साक्ष्य की पुष्टि करने के बाद, महिला की स्थिति का पता लगाने के लिए खुद पंजाब गए।
परेशभाई ने बताया कि बेटी जब घर से निकली तब वह तीन महीने की गर्भवती थी और मानसिक विकारों से भी पीड़ित थी जिसकी दवा आजीवन लेना पड़ता है।  उनके दो बच्चे हैं और तीसरे बेटे का जन्म सूरत में हुआ है। परिवार गरीब है और महिला के पति ने अतीत में कुछ गलत काम किया है लेकिन पत्नी के खोने के बाद इसमें सुधार हुआ है और होली धुलेती के बाद वे सूरत लौट आएंगे और पति काम करके परिवार का भरण-पोषण करेगा।
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