सूरत : श्रमजीवी वृद्धा की हुई मौत, परिवार के पास नहीं थे अंतिम संस्कार के पैसे तो सिविल पुलिस थाने के जवानों ने किया ये

सूरत : श्रमजीवी वृद्धा की हुई मौत, परिवार के पास नहीं थे अंतिम संस्कार के पैसे तो सिविल पुलिस थाने के जवानों ने किया ये

भीख मांगकर या मजदूरी करके गुजारा करने वाले परिवार की हालत नाजुक देख पुलिसकर्मियों ने किया बड़ा काम

सूरत के नई सिविल अस्पताल में बारडोली की एक कामकाजी बूढ़ी महिला की मौत हो जाने के बाद सिविल पुलिस चौकी के पुलिस कर्मियों ने महिला के अंतिम संस्कार की व्यवस्था की और उसके परिवार के सदस्यों को घर भेज कर मानवता का उदाहरण प्रस्तुत किया।
सिविल अस्पताल की ओर से मिली जानकारी के अनुसार बारडोली निवासी 60 वर्षीय सुनंदाबेन गामित के बेटा व बहू की कुछ समय पहले मौत हो गई थी। तब से सुनंदाबेन अपने पति और अपने पोते के साथ रहते रहती थी। परिवार मजदूरी करके या भीख के लिए गुजारा चला रहे हैं। इन बीच चार दिन पहले सुनंदा की तबियत खराब होने पर सूरत के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया।
इस दौरान उनके पति और पौत्र उनके देखभाल के लिए सिविल में रखा गया। इलाज के दौरान महिला की मौत हो जाने पर उनके शव को पोस्टमॉर्टम कक्ष में रखा गया था। जब उनके पति और बेटी पोस्टमॉर्टम रूम के बाहर बैठे रो रहे थे, तब सिविल पुलिस चौकी के एक कांस्टेबल हेमंतभाई ने उन्हें देखा।
पूछने पर पता चला कि पत्नी के अंतिम संस्कार के लिए भी पैसे नहीं है तो हेमंतभाई और एएसआई धवलभाई ने न केवल उमरा में वृद्ध के अंतिम संस्कार की व्यवस्था की, बल्कि बाकी दोनों लोग के घर जाने की भी व्यवस्था करते हुए मानवता का उत्कृष्ट उदाहरण पेश किया।
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