सीएमए फाईनल में सूरत के छात्र को मिला देश में दूसरा स्थान, कोरोनाकाल का सदुपयोग कर मिली शानदार सफलता

सीएमए फाईनल में सूरत के छात्र को मिला देश में दूसरा स्थान, कोरोनाकाल का सदुपयोग कर मिली शानदार सफलता

राष्ट्रीयस्तर की सीएमए फाईनल परीक्षा में सूरत के तीन और सीएमए इंटर में पांच छात्रो ने ऑल ‌इंडिया रेन्क प्राप्त कर शहर नाम रोशन किया

अब आगे सीए फाईनल और केट की परीक्षा देकर आईआईएम में जाने की इच्छाः आयुष अग्रवाल
इंस्टीट्यूट ऑफ कॉस्ट अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (CMA) द्वारा आयोजित दिसंबर 2021 की परीक्षा के परिणाम घोषित कर दिए गए हैं। जिसमें सूरत के छात्र ने पूरे देश में फाइनल परीक्षा में दूसरा रैंक हासिल कर शानदार सफलता हासिल की है।
सीएमए सूरत साउथ गुजरात चैप्टर के अध्यक्ष नैंटी शाह ने कहा कि इंटर का 31 फीसदी और फाइनल का 18 फीसदी  रिजल्ट आया है। पहली बार सूरत चैप्टर का कोई छात्र देश में दूसरे नंबर पर आया है। आयुष ने पूरे सूरत का गौरव बढ़ाया है सीएमए परिवार को गर्व की अनुभूति हो रही है। आज घोषित हुए सीएमए फाईनल में सूरत चेप्टर से आयुष शेखर अग्रवाल ने ऑल इन्डिया सेकन्ड रेन्क, राधिक झंवर ने 29वां रेन्क और वंश अग्रवाल ने 40वां रेन्क प्राप्त किया। सीएमए फाईनल के साथ सीएमए इंटर का परिणाम भी घोषित हुआ जिसमें सूरत के पांच छात्रों ने नेशनल रेन्क प्राप्त किया। अंश अजय अग्रवाल ने 32वां रेन्क, काजल चौधरी ने 40वां रेन्क, मयंक सोमाणी ने 40वां रेन्क, मोक्ष मेहता ने 42वां रेन्क और आयुष मुंद्रा ने 48वां रेन्क पाप्त किया।  
सूरत सीएमए चेप्टर से फाईनल में 3 और इंटर में 5 छात्रों ने ऑल इन्डिया रेन्क रेन्क प्राप्त किया
आयुष अग्रवाल ने कहा कि कोरोना को पढ़ाई पर ज्यादा ध्यान देने का मौका मिला।  रोजाना आठ घंटे से ज्यादा पढ़कर सीएमए उत्तीर्ण हुआ है। मैं इस सफलता का श्रेय माता-पिता और शिक्षकों को देता हूं। और जो छात्र सफल होना चाहते हैं उन्हें सोशल मीडिया पर बिना समय गंवाए कड़ी मेहनत करनी चाहिए। आयुष अग्रवाल ने कहा, 'मैंने 12वीं के बाद एसडी जैन कॉलेज से बीकॉम किया। बीकॉम के साथ सीए और सीएमए की पढ़ाई भी कर रहा था। सीएमए के लिए दिन में आठ घंटे से अधिक समय तक पढाई करता था। जिन विषयों पर संदेह था, उन्हें शिक्षकों ने हल किया। जिससे मेरे लिए यह आसान हो गया। कोरोना काल से लाभान्वित होने की बात कहते हुए आयुष ने कहा कि कोरोना काल में उन्होंने घर पर ही काफी अध्ययन किया था। लोकडाऊन और कोविड संक्रमण के कारण किसी भी रिश्तेदार ने घर आकर परेशान नहीं किया। न कहीं जाना था और न कोई आने वाला था इसलिए पढ़ाई पर पुरा ध्यान था। साथ ही हमें आर्टिकलशिप से छूट मिली थी इसलिए मैंने इसका पुरा समय पढाई में अच्छा इस्तेमाल किया। हम संयुक्त परिवार में रहते हैं। छोटा भाई भी सीए की पढ़ाई करता है। आयुष ने आगे कहा कि हम एक-दूसरे की मदद कर रहे हैं क्योंकि वर्तमान में संयुक्त परिवार के चार बच्चे सीए की पढ़ाई कर रहे हैं। आयुष की उपलब्धि पर परिवार को गर्व है। आयुष का चचेरा भाई अंस अग्रवाल ने भी आज ही घोषित सीएमए इंटर के परिणाम  में ऑल इन्डिया 32वां रेन्क प्राप्त कर सूरत में प्रथम स्थान पर रहा है। एक ही दिन परिवार के दो बच्चों ने ऑल इन्डिया रेन्क में स्थान प्राप्त करने पर खुशी का माहौल छाया है। 
Tags: