सूरत : लोगों की समस्याओं के पेशकश के लिए आयोजित जिला संकलन बैठक में सिर्फ 3 विधायक मौजूद रहे

सूरत  : लोगों की समस्याओं के पेशकश  के लिए  आयोजित जिला संकलन बैठक में सिर्फ 3 विधायक मौजूद रहे

कॉमन सर्विस सेंटर पर विधायकों ने उठाया आवारा मवेशियों और हाईटेंशन लाइन का मुद्दा

सूरत जिला कलेक्टर कार्यालय में हुई समन्वय बैठक में मानों शहर के विधायकों की कोई दिलचस्पी ही नहीं है। लोगों की समस्याओं को अधिकारियों के समक्ष पेश कर इसे दूर करने के लिए यहां प्रेजेंटेशन देना जरूरी है। लेकिन जैसे स्थानीय लोगों के सवालों से विधायकों का कोई लेना-देना नहीं था, नौ विधायक नदारद थे और केवल 3 विधायक मौजूद थे। जिला सेवा सदन -2 के बैठक कक्ष में हुई बैठक में कलेक्टर ने विभाग के अधिकारियों को जनप्रतिनिधियों द्वारा उठाये गये मुद्दों को समय पर हल करने के लिये कार्यवाही करने को कहा। 
विधायक अरविन्द राणा ने शहर के कॉमन सर्विस सेंटर में लोगों को हो रही परेशानी और कमीशन राशि का समय से भुगतान, केंद्र धारकों को सेवा मुआवजा के साथ-साथ अधिक व्यवस्था करने और इस सेवा को सरल बनाने की जानकारी दी ताकि प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत योजना के लाभ का लोग अधिक से अधिक लाभ उठा सकें। शहर में आबादी अधिक होने के कारण लोगों को इन कार्डों को शीघ्र प्राप्त करने की व्यवस्था करना बहुत जरूरी है, लेकिन लोगों को इस समय इन कार्डों को प्राप्त करने में कठिनाई हो रही है।
विधायक विवेक पटेल ने उधना क्षेत्र में जनता को बाधित कर रहे हाईटेंशन लाइन विज ट्रांसफार्मर पर प्रस्तुति दी। इस संबंध में कलेक्टर ने जनप्रतिनिधियों के प्रश्नों को प्राथमिकता देते हुए निर्धारित समय में निराकरण करने के निर्देश दिए हैं। उधना और पांडेसरा समेत कई इलाकों में हाईटेंशन लाइन का खतरा ज्यादा है और इससे लोगों की जान को खतरा हो सकता है। पैदल चलने वालों और मोटर चालकों के लिए बिजली हस्तांतरण खतरनाक हो सकता है।
विधायक ज़ंखनाबेन पटेल ने हजीरा क्षेत्र में आवारा पशुओं के उत्पीड़न और इसके परिणामस्वरूप होने वाले यातायात और दुर्घटनाओं पर प्रस्तुति दी। हालांकि सूरत नगर निगम द्वारा अलग से आवारा मवेशियों का प्रबंधन किया गया है, लेकिन अभी तक इस समस्या का समाधान नहीं किया गया है। आवारा मवेशी यातायात की समस्या के साथ-साथ दुर्घटनाओं का कारण बनते हैं।
जिला पंचायत अध्यक्ष भावेशभाई पटेल ने बारडोली में दास्तान फाटक के पास पुल के काम पर विशेष ध्यान देते हुए परिवहन की वैकल्पिक व्यवस्था करने की मांग की। सूरत से तापी जिले तक हजारों लोग रोजाना अपने निजी वाहनों या सरकारी वाहनों से सूरत आते हैं। दास्तान फाटक के पास रेलवे फ्लाईओवर ब्रिज का काम पिछले कई सालों से चल रहा है।
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