सूरत : शहर में शांति एवं भाईचारा का माहौल ध्वस्त, किशन भरवाड़ की हत्या के बाद हिन्दू संगठन सक्रिय

हिंदू युवक विधर्मियों के संपर्क में न आएं, इसका विशेष ख्याल रखने की योजना

किशन भरवाड़ हत्याकांड के बाद हिंदू संगठनों ने विधर्मियों को घर न देने का शुरू किया अभियान (फाइल फोटो)
किशन भरवाड़ हत्याकांड से पूरे राज्य में हड़कंप मच गया है। सूरत में भी इस हत्याकांड के गहरे असर देखने को मिले हैं। हिंदू संगठन कह रहे हैं कि विधर्मियों द्वारा एक के बाद एक मामले को अंजाम दिया जा रहा है, जो शांति और भाईचारे के माहौल को बिगाड़ रहा है। विधर्मी युवाओं में कट्टरता के विचार अधिक प्रचलित प्रतीत होते हैं। ऐसे विधर्मी निर्दोष युवकों की हत्या करने में भी पीछे नहीं हैं। समाज को जगाने का अभियान अंतर्राष्ट्रीय विश्व हिंदू परिषद द्वारा चलाया गया है। ऐसे विधर्मी युवाओं के संपर्क में न आने के लिए हिंदू संगठनों द्वारा घर-घर जाकर जागरूकता कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। 
कैसे विधर्मी युवक हिंदू युवकों एवं युवतियों के संपर्क में आते हैं। फिर परिणाम क्या आता है? पूर्व में कई मामले सामने आ चुके हैं। सबसे पहले विधर्मी युवक हिंदू लड़कियों से दोस्ती करते हैं। विश्वास जीतते हैं। सोशल मीडिया के जरिए युवतियों को भी अक्सर विधर्मियों का शिकार बनाया जाता है।  अपना पहचान हिंदू लड़के के रूप में देकर लव जिहाद करते हैं। युवतियों को इस तरह के विधर्मियों का शिकार होने से बचाने के लिए सोशल मीडिया के माध्यम से जन जागरूकता शुरू की जाएगी।
सूरत शहर के पॉश इलाके के साथ-साथ अलग-अलग इलाकों में विधर्मी अधिक किराया देकर भी घरों में रहने आ जाते हैं।  फिर वह अपने घर के आसपास की महिलाओं पर नजर रखकर उससे संपर्क करने का प्रयास करते हैं। उसके साथ यौन संबंध बनाकर उसे छोड़ देते हैं।  ऐसे विधर्मी युवक अतिरिक्त पैसे देकर संपत्ति खरीदते हैं, या किराए पर रहने के लिए आते हैं। इसके पीछे की मंशा को उजागर करने के लिए अभियान चलाया जाएगा।
अंतर्राष्ट्रीय विश्व हिंदू परिषद के दक्षिण गुजरात समन्वयक डॉ. पूर्वेश ढाकेचा ने कहा कि कहा, "हमने कभी यह विचार नहीं रखा कि हमें किसी भी धर्म के लोगों को परेशान करना चाहिए।" या उनके खिलाफ अभियान चलाया जाए। लेकिन जो लोग सुधरने का नाम ही नहीं लेते। उनके पास और कोई विकल्प नहीं बचा है। भारत का एक धर्म विशेष के युवक लव जिहाद को प्रोत्साहन दे रहा है। जिसमें ज्यादातर हिंदू बहन- बेटियों को निशाना बना रहे हैं। अक्सर ऐसे विधर्मी हमारे घर के आसपास घूमते देखे जाते हैं। या वे हमारे घर के पास रहने आ रहे हैं। हम आने वाले दिनों में इस बारे में जागरूकता फैलाने के लिए एक अभियान शुरु करने जा रहे हैं कि उन्हें अपने से कैसे दूर रखा जाए।
अंतरराष्ट्रीय विश्व हिंदू परिषद के सूरत शहर अध्यक्ष दिनेश अणधण ने कहा कि किशन भरवाड़ के निधन से पूरा हिंदू समुदाय दुखी है। हिंदू धर्म कभी भी किसी अन्य धर्म को नीचा दिखाने की कोशिश नहीं करता है। लेकिन जब ऐसे विधर्मी ऐसी हरकतें करते हैं। तब स्वाभाविक रूप से उनके प्रति नाराजगी पैदा हो जाती है। अब ये विधर्मी हद पार करते नजर आ रहे हैं। बिना समय बर्बाद किए इस वर्ग को कैसे दूर रखा जाए, इसके लिए  हम ऐसे युवाओं के लिए एक अभियान शुरू करने जा रहे हैं। इनमें बहुत कट्टरता है। चाहे वह किशन भारवाड़ की हत्या हो या कमलेश तिवारी की हत्या में सूरत के युवक की संलिप्तता, जिसे कभी भी चलाया नहीं जा सकता।  एक ही धर्म के युवा ऐसा कृत्य क्यों कर रहे हैं? इसकी जड़ों तक जाने की भी जरूरत है। अब उनके खिलाफ अभियान चलाया जाएगा। उन्हें यह समझाना होगा कि हिंदू सिर्फ सहिष्णु नहीं हैं। लेकिन आपको विभिन्न भाषाओं में जवाब देने के लिए भी सुसज्जित है।
Tags: