सूरत : सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती धूमधाम से मनाई गई

सूरत : सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती धूमधाम से मनाई गई

गोपीपुरा क्षेत्र के सुभाष चंद्र चौक पर समारोह का आयोजन किया गया

सूरत के गोपीपुरा इलाके में सुभाष चंद्र बोस चौक का निर्माण किया गया है। सुभाष चंद्र बोस ने आजाद हिंद सेना की शुरुआत से पहले 1936 में सूरत का दौरा किया था। उन्हें उस समय खाद्य उत्पादन के लिए भी धन की आवश्यकता थी। सूरत के जौहरियों ने उन्हें मोतियों से तौला था। उससे जो भी राशि मिली उसे आजाद हिंद फोज के काम में लगाने का फैसला किया गया। सुभाष चंद्र बोस के आगमन से सूरत के सभी देशभक्त लोगों में एक अनोखी आस्था और आनंद देखने को मिला था।
गोपीपुरा के सुभाष चंद्र बोस चौक पर उनकी 125वीं जयंती मनाई गई। यहां आकर्षण का केंद्र सुभाष चंद्र बोस द्वारा तैयार किया गया भारत का नक्शा था। उस मानचित्र को प्रतीक के रूप में रखा जाता है। जो सुभाष चंद्र बोस की देशभक्ति और दूरदर्शी व्यक्तित्व के प्रमाण समान है।  जिस तरह से बाबासाहेब अम्बेडकर, शिवाजी जयंती और अन्य हस्तियों के जन्मदिन मनाए जाते हैं। इसी प्रकार 2006 में सूरत नगर निगम में एक प्रस्ताव पारित कर सुभाष चंद्र बोस की जयंती मनाने का निर्णय लिया गया। 
नेताजी की फोटो पर सुतरांजलि अर्पण करते भाजपा अग्रणी
सुभाष चंद्र बोस के जन्मदिन समारोह के अवसर पर सूरत शहर के मेयर के साथ-साथ भारतीय जनता पार्टी के नेता भी मौजूद थे। सुभाष चंद्र बोस की फोटो पर देशभक्ति गीतों के साथ सुतरांजलि भी अर्पण की गई। स्थानीय लोगों ने भी बढ़-चढ़कर भाग लिया। देश की आजादी में नेताजी ने जो योगदान दिया था, उसे सभी ने  याद किया। नेताजी ने अपनी देशभक्ति से पूरे हिंदू राष्ट्र का दिल जीत लिया और आज भी उनका जन्मदिन पूरे देश में बड़ी श्रद्धा और सम्मान के साथ मनाया जाता है।
Tags: