सूरत : प्रेमिका के विरह में आत्महत्या का प्रयास, रिक्शा चालक ने खाई 40 से ज्यादा गोलियां

सूरत : प्रेमिका के विरह में आत्महत्या का प्रयास, रिक्शा चालक ने खाई 40 से ज्यादा गोलियां

रिक्शा चालक घर से बेहोश पड़ा मिला

 उधना के रिक्शा चालक ने एक बार फिर साबित कर दिया  कि प्यार अंधा होता है। 3 दिन पहले छोड़कर गई अपनी प्रेमिका के विरह में उसने 40 से अधिक डायरिया रोधी गोलियां खाकर आत्महत्या करने की कोशिश की। रिक्शा चालक के पिता ने डॉक्टरों से कहा, "मेरा एकलौता बेटा है और मेरा एक ही सहारा है, उसे बचा लो सर।" वह आंख क्यों नहीं खोलता, पीड़ित के पिता का व्यथा सुनकर सिविल अस्पताल के डॉक्टर भी भावुक हो गए। 
घर में बेहोशी की हालात में मिले आत्महत्या करने वाले जतिन के बुजुर्ग पिता विष्णुभाई मराठा ने कहा कि वह महाराष्ट्र के मूल निवासी है और सूरत में रहते है। कलर का काम कर एकलौते बेटे के साथ जीवन यापन कर रहे हैं। 22 साल का बेटा जतिन अपने बुजुर्ग पिता की आर्थिक मदद के लिए रिक्शा चला रहा था। गुरुवार को  दोपहर में लंच के लिए घर आया तो बेटा घर में बेहोश पड़ा मिला। 108 की सहायता से सिविल ले आने पर पता चला कि जतीन पोट्टी (टट्टी) बंद होने की गोलियां खा ली है। 
108 के ईएमटी विक्रमभाई ने बताया कि घर में दवा के खाली रैपर मिले हैं। यह पता चलने पर कि जमीन पर पड़े युवक का नाम जतिन है और उसने गोलियां खाकर आत्महत्या करने की कोशिश की थी, हमने उसे प्राथमिक उपचार दिया और उसे सिविल अस्पताल पहुंचाया। फिलहाल उनकी तबीयत गंभीर बताई जा सकती है।
युवक मोहल्ले की एक युवती के प्यार में पागल था। आत्महत्या करने वाले रिक्शा चालक के पिता ने कहा कि डेढ साल से जतीन मोहल्ले की एक युवती के प्यार में पड़ा था। दोनों शादी करने वाले थे। युवती काफी समय से हमारे घर में ही रह रही थी। हालांकि, दोनों के बीच किसी बात को लेकर झगड़ा हो गया और लड़की घर छोड़कर अपने घर (मायके) चली गई। युवती के विरह में जतीन ने आत्महत्या करने की कोशिश की है। सर मेरा एकलौता बेटा है, उसे  बचा लो, मैं किसके सहारे जीऊंगा।
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