सूरत : एयरपोर्ट पर फ्लाइट को लैंड करना पायलट के लिए सिरदर्द , जानिए विमान आसमान में क्यों चक्कर लगाता है ?

सूरत : एयरपोर्ट पर फ्लाइट को लैंड करना पायलट के लिए सिरदर्द , जानिए विमान आसमान में क्यों चक्कर लगाता है ?

सूरत एयरपोर्ट पर फ्लाइट को लैंड करना पायलट के लिए सिरदर्द , टेक्सी वे का काम समय पर नही होने से एक साथ अधिक विमान लैन्ड होने पर पेसेन्जरों की भीड को रोकने के लि विमान को आसमान में चक्कर लगाने पडते है

टर्मिनल भवन विस्तार, एप्रन और टैक्सीवे का काम निर्धारित समय पर पुरा नही होने से समस्या 
सूरत हवाईअड्डे की विकास योजना के तहत 357 करोड़ रुपये की लागत से टर्मिनल भवन विस्तार, एप्रन और टैक्सीवे का काम 2021 के अंत तक या 2022 की पहली तिमाही में पूरा किया जाना था। इसके बजाय, 150 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य के एप्रन और टैक्सीवे का संयुक्त कार्य 2022 में पूरा होने की संभावना नहीं है। कोविड के कारण टर्मिनल भवन का काम अब पूरा होने वाला है। प्रोजेक्ट से पहले एप्रन और टैक्सी-वे पर काम पूरा होना था, लेकिन एयरपोर्ट के प्रोजेक्ट इंचार्ज ने प्रॉजेक्ट में देरी के लिए एप्रन और टैक्सी-वे के ठेकेदार को नोटिस जारी किया है।  
29-11-2021 को दि गयी नोटीस में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि ठेकेदार को कोविड के कारण कार्य विस्तार दिए जाने के बाद कार्य विस्तार को दूसरी बार बढ़ाया गया था। और फिर ठेकेदार ने इस आधार पर काम पूरा करने के लिए अतिरिक्त समय मांगा कि दीवाली की छुट्टी के कारण कारीगर उपलब्ध नहीं थे। 
दिनांक12-8-2021 को परियोजना अधिकारी को कार्य योजना दी है, लेकिन चरण-1 का कार्य पूर्ण नहीं हुआ है। और जहां फेज-2 का काम भी शुरू नहीं हुआ है। दीपावली की छुट्टी के एक माह बाद भी परियोजना प्रभारी ने इजारेदारों को कार्य योजना के अनुसार कार्य नहीं करने पर नोटिस जारी किया है। सूरत हवाई अड्डे पर नई एयरलाइनों के जुड़ने से उड़ानों की संख्या बढ़ने के साथ-साथ रनवे पर उड़ान संचालन क्षमता बढ़ाने की आवश्यकता है। लेकिन जब टैक्सी-वे के काम में देरी होती है और एक ही साथ 3-4 उड़ानें सूरत हवाई अड्डे के पास पहुंचती हैं, तो पायलटों को विमान को लैंड करने के लिए आसमान में चक्कर लगाना पड़ता है। नतीजतन, एयरलाइंस ईंधन की उच्च लागत के बारे में शिकायत कर रही हैं। यदि समस्या का समाधान नहीं होता है, तो एयरलाइंस अपनी कुछ उड़ानें रद्द कर सकती हैं। 
2019 में लोकसभा चुनाव के दौरान सूरत हवाई अड्डे पर 357 करोड के विकास प्रक्लपों के लिए आयोजित समारोह के दौरान आश्वासन दिया था कि जो काम का हम भूमिपूजन करते है उसे समय पर पूरा कर लोगों के लिए समर्पित भी करते हैं। लेकिन हवाई अड्डे के अधिकारियों और इजारेदारों ने भी एप्रन और टैक्सीवे के काम के लिए प्रधान मंत्री के आश्वासन की परवाह नही की है। हैरानी की बात यह है कि सूरत एयरपोर्ट मैनेजमेंट अथॉरिटी के चेयरमैन सांसद सी.आर. पाटिल की लगातार चेतावनियों के बावजूद ठेकेदार ने अभी तक फेज-1 का काम पूरा नहीं किया है। फेज-2 का काम कितने साल में पूरा होगा, यह भी तय नहीं है। सूरत एयरपोर्ट डायरेक्टर ने ट्वीट कर बताया है कि जनवरी से दिसंबर 2021 के बीच सूरत एयरपोर्ट से 1,35,503 यात्रियों का रजिस्ट्रेशन हुआ था.। सूरत एयरपोर्ट पर अलग-अलग शहरों से करीब 70,080 यात्री आए थे वहीं 65423  यात्री सूरत से रवाना हुए। यह आंकड़ा केवल अनुसूचित उड़ानों के लिए है। गैर-अनुसूचित उड़ान यात्रियों की संख्या जोड़ दी जाए तो यात्रियों की कुल संख्या डेढ़ लाख को पार कर सकती है।

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