सूरत : राज्य के शहरी विकास मंत्री और अधिकारियों की एक बैठक हुई

सूरत :  राज्य के शहरी विकास मंत्री और अधिकारियों की एक बैठक हुई

सूरत में राज्य के शहरी विकास मंत्री ने नगर निगम अधिकारियों से बैठक करके नए शामिल क्षेत्र में प्राथमिक सुविधा और शहरी क्षेत्र में आवारा पशुओं की समस्या पर चर्चा की

नए जोड़े गए क्षेत्र में पानी सहित बुनियादी सुविधाओं पर हुई चर्चा 
शहरी विकास मंत्री वीनू मोरडीया की अध्यक्षता में सूरत नगर निगम में एक अहम बैठक हुई। जिसमें सूरत के सभी जोन के अधिकारी मौजूद रहे। नगर पालिका में शामिल नए क्षेत्रों में प्राथमिक सुविधा को कैसे तेजी से और किस परियोजना के माध्यम से आगे बढ़ाया जाए, इस पर निर्णय लिया गया। कुछ परियोजनाओं के संबंध में विस्तृत जानकारी नगर आयुक्त द्वारा दी गई।
अधिकारियों ने यह भी जानकारी दी कि आने वाले दिनों में सूरत शहर के किन इलाकों में कौन-कौन से प्रोजेक्ट शुरू किए जाएंगे और किन-किन परियोजनाओं पर काम चल रहा है। नए शामिल क्षेत्र  में पानी, सड़क और लाइट समेत मूलभूत सुविधाएं मुहैया कराने का लक्ष्य है। सूरत शहर में आवारा पशुओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का निर्णय लिया गया है। आवारा पशुओं पर 4 गुना जुर्माना लगेगा। आवारा पशुओं को लाने के लिए नई नीति बनाकर सख्त कदम उठाए जाएंगे। बैठक में रिवरफ्रंट पर लंबी चर्चा हुई, लेकिन कोई निश्चित फैसला नहीं हुआ। तापी रिवरफ्रंट पर अंतिम फैसला अभी बाकी है। मंत्री वीनू मोरडिया ने कुछ महत्वपूर्ण मुद्दों की ओर इशारा किया, जिसमें उन्होंने सुझाव दिया कि सूरत शहर में आवारा पशुओं का उत्पीड़न तत्काल प्रभाव से कम किया गया है साथ ही तापी नदी के तट पर अवैध दबाव भी कम किया गया है। तापी नदी खंड से संबंधित भूमि पर अनुचित दबाव को रोकने के लिए तत्काल प्रभाव से कार्रवाई की जानी चाहिए। नगर आयुक्त ने मंत्री को अपनी ओर से की गई कार्रवाई से भी अवगत कराया। पहले साल करीब 2 हजार मवेशी पकड़े गए। अब जिस तरह से अधिकारियों की टीम काम करती है। एक साल में चार हजार से ज्यादा मवेशी पकड़े जाते हैं और कानूनी कार्रवाई की जा रही है। जिन नए टीपीओ को अंतिम रूप दिया गया है, उनके संचालन में तेजी लाने के प्रयास किए गए हैं।

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