सूरत : कोरोना के नए वेरिएंट का हीरा व्यापार पर विपरीत असर, कई व्यापारियों ने रद्द की अपनी अफ्रीका की यात्रा

सूरत : कोरोना के नए वेरिएंट का हीरा व्यापार पर विपरीत असर, कई व्यापारियों ने रद्द की अपनी अफ्रीका की यात्रा

24 नवंबर को ओमाइक्रोन वैरिएंट के पहले मामले की पुष्टि हुई

लगभग दो साल तक दुनियाभर में कहर मचाने वाले कोरोना के बड़ी मुश्किल से काबू में आने के बाद अब दक्षिण अफ्रीका में कोरोना के नए रूप के सामने आने से बड़ा हड़कंप मच गया है। ऐसे में कोरोना के नए संकट से दूर रहने के लिए सूरत में 50 से अधिक हीरा उद्योगपतियों ने दक्षिण अफ्रीका सहित विदेश यात्राएं रद्द कर दी हैं। कोरोना के नए वेरिएंट से कोहराम मच गया है जिसका सीधा असर हीरा उद्योग पर पड़ रहा है। 
जानकारी के अनुसार सूरत किरण जेम्स के आशीष लखानी ने अपना दक्षिण अफ्रीका दौरा रद्द कर दिया है। अमेरिका, बोत्सवाना, दक्षिण अफ्रीका में कच्चे और तैयार हीरे का कारोबार होता है। आशीष लगातार लगातार विदेश यात्रा करते रहते है जिनमें दक्षिण अफ्रीका भी शामिल हैं। कोरोना के नए रूप के कारण हीरा उद्योगपति विदेश जाने से बच रहे हैं। खुद, परिवार और देश की सलामती को देखते हुए लोग अपनी यात्रा रद्द कर रहे है है।
गौरतलब है कि दक्षिण अफ्रीका में पाए गए कोरोना के नए वेरिएंट ओमाइक्रोन की पहली छवि सामने आई हैं, जिससे पता चलता है कि ओमिक्रॉन में अन्य प्रकार के कोरोना की तुलना में अधिक उत्परिवर्तन होते हैं। यह जानकारी इटली की राजधानी रोम के बम्बिनो गेसू अस्पताल ने तस्वीर के आधार पर दी है। शोध दल ने कहा कि तस्वीर में "हम स्पष्ट रूप से देख सकते हैं कि ओमेक्रोन संस्करण में डेल्टा संस्करण की तुलना में कई अधिक उत्परिवर्तन हैं। यह प्रोटीन के क्षेत्र के शीर्ष पर केंद्रित है, जो मानव कोशिकाओं के साथ प्रतिक्रिया करता है। इसका मतलब यह नहीं है कि ये विविधताएं अधिक खतरनाक हैं।" शोधकर्ताओं ने कहा। इसी के साथ उन्होंने कहा, 'अन्य अध्ययन से हमें पता चल सकेंगा कि यह वेरिएंट कम खतरनाक है या ज्यादा।'
वहीं इस मामले पर डब्ल्यूएचओ ने कहा, "प्रारंभिक साक्ष्य बताते हैं कि जो लोग पहले संक्रमित हो चुके हैं, उनमें ओमाइक्रोन वेरिएंट से दोबारा संक्रमित होने का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे लोग इस वेरिएंट से आसानी से संक्रमित हो सकते हैं। साथ ही डब्ल्यूएचओ ने ये भी कहा, "यह अभी तक स्पष्ट नहीं है कि डेल्टा और अन्य कोरोना वेरिएंट की तुलना में ओमाइक्रोन अधिक संक्रामक (एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में अधिक आसानी से फैलता है) है या नहीं। हालांकि आरटी-पीसीआर टेस्ट से इसका पता लगाया जा सकता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने आगे कहा, "डब्ल्यूएचओ तकनीकी साझेदारों के साथ काम कर रहा है ताकि कोरोनावायरस वैक्सीन पर इस संभावित प्रभाव को समझा जा सके। ओमिक्रॉन वेरिएंट की गंभीरता को समझने में कई दिनों से लेकर हफ्तों तक का समय लग सकता है।"
आपको बता दें कि 24 नवंबर को ओमाइक्रोन वैरिएंट के पहले मामले की पुष्टि हुई थी। इस वायरस के पहले मामले की पहचान दक्षिण अफ्रीका में हुई थी। कई देश ओमाइक्रोन के प्रसार को रोकने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं। इसी क्रम में दक्षिण अफ्रीकी देशों की उड़ानों पर रोक लगा दी गई है।