सूरत : नवरात्रि की तैयारियां जोरों पर, कलात्मक पारंपरिक मटके बने आकर्षण के केंद्र

सूरत : नवरात्रि की तैयारियां जोरों पर, कलात्मक पारंपरिक मटके बने आकर्षण के  केंद्र

जैसे-जैसे नवरात्रि नजदीक आ रही है, गरीबों के ज्यादा से ज्यादा ऑर्डर आ रहे हैं

शरदीय नवरात्रि गुरुवार से प्रारंभ हो रहा हैं। सूरत में इस बार अलग-अलग थीम पर पारंपरिक गरबियां बनाई जा रही हैं। अलग-अलग रंगों की कलात्मक, आभाला, जरी, पत्थर और खूबसूरत पारंपरिक गरबियां इस बार आकर्षण का केंद्र बनी हुई हैं।
कोरोना महामारी के चलते पिछले दो साल से धार्मिक उत्सव नहीं मनाए गए हैं। लेकिन इस साल सरकार ने संक्रमण को कम करने वाले दिशा-निर्देशों के साथ शेरी-गरबा की अनुमति दी है। शहर में नवरात्रि पर्व धूमधाम से  भी मनाया जाता है। सूरत में हर साल बड़े पार्टी प्लॉट, एसी डोम समेत जगहों पर भीड़ होती है और बॉलीवुड कलाकार भी नवरात्रि देखने के लिए सूरत आते हैं। हालांकि इस बार बड़ी नवरात्रि के आयोजनों पर प्रतिबंध है।
इसके अलावा सूरत में पारंपरिक गारब भी काफी मशहूर है, और शरदीय नवरात्रि में पारंपरिक गरबा की अत्यधिक मांग रहती है। फिर इस साल सूरत में गरबियों की मांग काफी बढ़ गई है। इस बार शेरी-गरबा की अनुमित मिलने से गरबियों की मांग बढ़ गई है। सूरत में इस बार अलग-अलग थीम पर पारंपरिक गरबियां बनाई जा रही हैं। कलात्मक, अभला, जरी, पत्थर, और अलग-अलग रंग के पैटर्न वाली खूबसूरत पारंपरिक गरबियां इस बार आकर्षण का केंद्र बनी हुई हैं।
जय पटेल ने कहा कि जन्माष्टमी से पहले ही नवरात्रि की तैयारियां शुरू हो गई थीं। घर-घर ्रके जाने वाली गरबियां बनाने की शुरुआत  हमने 3 साल पहले  शुरू किया था। हम उस तरह का गरबियां बनाते हैं, जिस तरह की मांग होती है। अबला, टीबीडी समेत हम गरबी हन बनाते हैं। न केवल ग्रामीण क्षेत्र बल्कि सूरत शहर में भी बड़ी संख्या में लोग इन गरबियों को लेते हैं। इस साल जैसे-जैसे नवरात्रि नजदीक आ रही है, गरीबियों के लिए ज्यादा से ज्यादा ऑर्डर आ रहे हैं।
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