सूरत : शिक्षक भर्ती और केन्सर अस्पताल की एफएसआई को लेकर सामान्य सभा में हंगामा

सूरत : शिक्षक भर्ती और केन्सर अस्पताल की एफएसआई को लेकर सामान्य सभा में हंगामा

सूरत महानगरपालिका की मासिक सामान्य सभा शिक्षक भर्ती और पेईड एफएसआई को लेकर हंगामेदार रही, शासकों तथा विपक्षों आरोप प्रत्यारोप हुआ।

शासकों ने बहुमत पर शिक्षकों की भर्ती का अतिरिक्त काम मंजुर किया
सूरत महानगरपालिका की मासिक सामान्य सभा शिक्षक भर्ती और महावीर ट्रस्ट के केन्सर अस्पताल के लिए जमीन की पेईड एफएसआई को लेकर विपक्ष ने हंगामा किया। विपक्षी नेता द्वारा परप्रांतिय शब्द प्रयोग का शासक पक्ष के सदस्यों ने कडा विरोध कर लोबी में सूत्रोच्चार किया। 
सूरत महानगरपालिका की सामान्य सभा के दौरान नेता प्रतिपक्ष धर्मेश भंडेरी ने कहा कि शासकों को शिक्षा समिति के शिक्षकों की भर्ती करने का काम तत्काल में अतिरिक्त काम के रूप में लाने की क्यों जरूर पडी। शासकों ने सत्ता का दुरूपयोग करते हुए निश्चित क्षेत्र की स्कूलों में ही शिक्षकों की भर्ती करने का आरोप लगाया। गुजरात सरकार की गाईडलाईन का पालन करते हुए शिक्षकों की भर्ती करने के बदले चोक्कस क्षेत्र में प्रवासी शिक्षकों को कायमी शिक्षक बनाने का निर्णय अयोग्य है। शासकों ने शिक्षकों की भर्ती में भ्रष्टाचार करने का परप्रांतिय क्षेत्र की स्कू्लों में भर्ती  करने का आरोप  नेता प्रतिपक्ष ने लगाया। इसके अलावा भगवान महावीर ट्रस्ट की 500 से 600 करोड की लागत पर वेसू में निर्माणाधिन केन्सर अस्पताल के भाजपा शासकों ने पेईड एफएसआई के 6.25 करोड रूपये माफ करने का निर्णय लिया जिसका विपक्ष विरोध करता है। महानगरपालिका आर्थिक मुश्किलों का सामना कर रही है ऐसी परिस्थिति में 6.25 करोड की छुट देना योग्य नही। अगर महावीर अस्पताल को पेईड एफएसआई में छुट दी जाती है तो उसके सामने महानगरपालिका के लिए 10 प्रतिशत बेड रिजर्व रखने चाहिए। उन रिजर्व बेड पर महानगरपालिका के पदाधिकारि के पत्र से जरूरतमंदो को चिकित्सा दी जाए। मगर भाजपा शासकों ने 6.25 करोड की राहत भी दे दी और 10 प्रतिशत बेड रिजर्व रखने की मांग भी नही की। 
स्थायी समिति अध्यक्ष परेश पटेल ने विपक्षी सदस्य के आरोपो का सदन में जवाब देते हुए कहा कि 45 में से मात्र 15 हिन्दी , मराठी भाषा के हि शिक्षकों को सरकार के नियमानुसार कायमी किया है। स्थानिय और परप्रांतिय शब्द प्रयोग करने पर विपक्षी नेता को सदन की माफी मांगने की बात स्थायी समिति अध्यक्ष परेश पटेल ने रखी। जिसे लेकर सदन में दोनो पक्षों के सदस्यों में काफी शोर शराबा हुआ। हंगामें के बिच शिक्षकों की भर्ती का काम शासकों ने बहुमत पर पारित कर दिया।
परप्रांतिय शब्द प्रयोग करने वाले विपक्षी नेता के खिलाफ सूत्रोच्चार 
उधना लिंबायत के पार्षद ‌विपक्षी नेता का विरोध करते हुए
   
महानगरपालिका की सामान्य सभा में हिन्दी, मराठी सूमन हाईस्कूल के शिक्षकों की भर्ती को लेकर नेता प्रतिपक्ष धर्मेश भंडेरी ने परप्रांतिय शब्द प्रयोग करने पर भाजपा के सदस्यों ने कडा विरोध जताया। उधना, लिंबायत क्षेत्र के भाजपा पार्षदों ने विपक्षी नेता के कार्यालय के समक्ष सूत्रोच्चार किया। शिक्षकों को परप्रांतिय कहने से शिक्षकों का अपमान हुआ है। हम सब सूरती है विपक्षी नेता सूरतवासिओं को प्रांतवाद में बाटना चाहते है। प्रांतवाद की राजनिति चलानेवाले विपक्षी नेता धर्मेश भंडेरी के वाणी विलास के खिलाफ दिनेश राजपुरोहित, विजय चौमाल, शशि दुबे, विक्रम पाटील, डॉ.नरेन्द्र पाटील ने कडे शब्दों में निंदा करते हुए कहा कि सूरत महानगरपालिका देश में एक मात्र ऐसी महानगरपालिका है जो 6 भाषाओं में शिक्षा प्रदान करती है। देश के सभी राज्यों से लोग यहा रोजी रोटी के लिए आते है। श्रमिकों के बच्चों के लिए महानगरपालिका उनकी मातृभाषा में शिक्षा प्रदान करती है जो आम आदमी पार्टी के नेता को हजम नही हो रहा है। इस लिए शिक्षकों के परप्रांतिय कहकर उनका अपमान कर रहे है। 
सूरत को सौर ऊर्जा की खपत वाला शहर बनाना हैः विजय चौमाल 
पार्षद विजय चौमाल अपने वोर्ड में लोगों को सौर ऊर्जा के प्रति जागृत करते हुए
 
महानगरपालिका की मासिक सामान्य में झीर अवर्स के दौरान डुंभाल आंजणा वॉर्ड न 19 के पार्षद विजय चौमाल ने सदन में कहा कि माननीय प्रथनमंत्री श्री नरेन्द्र भाई मोदीजी के दिल से जुड़ा हुआ विषय है सोर ऊर्जा। जब वह गुजरात में मुख्यमंत्री थे तब से इस विषय पर काम कर रहे। 
अब समग्र देश में बिन परंपरागत ऊर्जा के बार में कार्य कर रहे है। हमारे देश मे 365 दिन में 300 दिन सूर्य का प्रकाश मिलता है। आज सूरत महानगरपालिका की सभी बिल्डिंगों तथा कार्यालयों में हमने सोलार ऊर्जा का प्रोजेक्ट लगा दिया जो बहुत आभिनदानिय काम नगर निगम ने किया है। इस विषय को मैने समझ कर हमारे विस्तार की रो हउस सोसायटी ओ में लोगो को डोर टू डोर चर्चा करके लोगो को सौर ऊर्जा के लिए प्रेरित किया। मेरे वॉर्ड  की महावीर नगर नेमीनाथ व जलाराम सहित तीनों सोसायटी में 20 प्रतिशत लोगो को सौर ऊर्जा के बारे में समझकर इस दिशा में कन्विंस किया।  लोगो से बहुत अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है। सौर ऊर्जा लगाने वाली कंपनी द्वारा कहा जाता है की सोलार प्लान्ट से बिजली बिल में कमी आती है जो ढाई वर्ष में सोलर प्लान्ट की लागत निगल जाती है। उसके बाद घर के लाइट  बिल की समस्या खतम हों जाती है 
। में सभी साथी कॉरपोरेटरो से निवेदन करता हूं हम सब देश की सेवा के लिए आये हैं।  हम सभी सदस्यों को इस दिशा में काम करना चाहिये एक दिन हमारा शहर सौर ऊर्जा की खपत करने वाला शहर बन जायेगा। 

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