सूरत : कनाडा के कृषि वीजा के नाम पर बेंगलुरू के ठग एजेंट ने 39.28 लाख रुपये ऐंठे
By Loktej
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पांडेसरा पुलिस थान में धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज
शहर में आए दिन विदेशों में नौकरी के बहाने या वीजा दिलाने के बहाने लाखों की ठगी किए जाने के मामले प्रकाश में आते रहते है। ऐसा ही एक मामला फिर से सामने आया है। बमरोली में रहने वाले डाइंग मिल के सुपरवाइजर समेत तीन दोस्तों को बंगलुरु के एक ठग एजेंट ने कनाडा का कृषि वीजा दिलाने का लालच देकर 39.28 लाख रुपये ऐठ लिए और उन्हें वीजा नहीं दिलवाया। मामले की पांडेसरा पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई गई है।
बमरोली के आस्था रेसीडेंसी निवासी डाईंग मिल के सुपरवाइज हरेशकुमार शंकरलाल पटेल (उम्र 40, मूल मीठा धरवा, तहसील चाण्स्मा, जिला पाटन निवासी) ने 2017 में ऑनलाइन सर्च कर पैंटन कंसल्टिंग प्राइवेट लिमिटेड नामक एक एजेंसी से संपर्क किया। एजेंसी के नितिन चंद्रा ने कृषि वीजा पर कनाडा भेजने की बात कहकर मिलने के लिए कबेंगलुरु, कर्नाटक में एचएसआर लेआउट में कंपनी के कार्यालय में बुलाया। कंपनी के एमडी सुरेश मेनन (निवासी 405, केएमएस होम्स, बैंगलोर, कर्नाटक) से मिलाया।
जहां सुरेश ने कहा कि हमारी कंपनी भारत सरकार के साथ जुड़ी है और पुत्र के साथ कनाडा के इमीग्रेशन के लिए 3.82 लाख का खर्च होगा और सहकारी मंडली को केनेडियन गर्वमेंट रजिस्टर करवाकर देने की लालच दी। जिससे हरेश और उसके दोस्त दिपेश महेंद्र पटेल और राजेश पटेल सहित पांच जनों ने कनाडा जाने के लिए 39.28 लाख रूपए सुरेश को दिए थे। लेकिन इसके बाद मार्र्च 2020 मेंकोरोना महामारी के कारण फ़ाइल को निलंबित कर दिया गया है और मुझे कोरोना हो गया है ऐसा कहकर सुरेश और नितिन ने अपने मोबाइल फोन बंद कर दिए।
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