सूरत : तक्षशिला आग में 22 मासूमों की मौत के दो साल बाद भी जिम्मेदार अधिकारियों पर कोई कार्रवाई नहीं

सूरत : तक्षशिला आग में 22 मासूमों की मौत के दो साल बाद भी जिम्मेदार अधिकारियों पर कोई कार्रवाई नहीं

जिम्मेदार अधिकारियों को जमानत मिल जाने से मृतक के अभिभावकों ने पुलिस आयुक्त से पेशकश की

शहर के सरथाना जकातनाका के पास तक्षशिला आर्केड में आग लगने से 22 छात्रों की मौत हो गई। त्रासदी के लिए जिम्मेदार अधिकारियों और बिल्डर सहित क्लास संचालक को गिरफ्तार कर लिया गया था। हालांकि बाद में नगर पालिका और जीईबी के अधिकारियों को जमानत दे दी गई। इसलिए मृतक के अभिभावकों ने सोमवार को पुलिस आयुक्त को आवेदन पत्र को सौंपा। मृतक के अभिभावकों ने भी गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज कर जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
पुलिस आयुक्त को सौंपे गए आवेदन में कहा गया है कि केंद्रीय मानवाधिकार आयोग ने घटना में अधिकारियों को लापरवाही और जिम्मेदार ठहराया था। इसलिए जीईबी (डीजीवीसीएल), सूरत मनपा विकास अग्निशमन विभाग के अधिकारी, आकलन विभाग के अधिकारी के खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई की मांग की गई है।  उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया गया है। जबकि कुछ अधिकारियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है। जिससे सभी खिलाफ अपराध दर्ज कर मुकदमा चलाने के लिए पेश की है। 
जयसुख गजेरा ने कहा कि तक्षशिला में लगी आग को दो साल से अधिक समय हो गया है। कोर्ट में केस किया गया है। लेकिन भारी लापरवाही के कारण इतनी बड़ी संख्या में हताहत होने के बावजूद जांच अधिकारी द्वारा केवल मामूली कर्मचारियों पर ही मुकदमा चलाया गया है। ऐसा लगता है कि बड़े अधिकारियों को नियमित रूप से परेशान किया गया है। जिसको लेकर आज 22 अभिभावकों ने कोर्ट में 173 (8) के लिए सूरत पुलिस कमिश्नर के पास आवेदन कर सभी जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ ऐसी कार्रवाई पेश की है।
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