सूरत : नहीं थम रहे साइबर क्राइम के मामले, पिछले साल के मुक़ाबले 300 प्रतिशत की वृद्धि

जुलाई महीने तक ऑनलाइन धोखाधड़ी के मामलों में सूरतवासियों ने गँवाए 3 करोड़ रुपए, अब तक 1.34 करोड़ किए गए रिकवर

सूरत में पिछले कई समय से ऑनलाइन धोखाधड़ी के कई मामले सामने आए है। महामारी के बाद से तो अधिकतर चीजें ऑनलाइन हो गई थी, जिससे ऑनलाइन फ़्रौड करने वाले लोगों को और भी बड़ा स्कोप मिल गया था। इसी से जुड़े कुछ चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए है। एक डाटा के अनुसार, सूरत में इस साल जुलाई महीने के अंत तक साइबर फ़्रौड के तहत तकरीबन 3 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी हुई थी। 
पुलिस द्वारा भी इस बारे में काफी सजागता से काम किया जा रहा है। पुलिस की उम्दा कार्यवाही के चलते ही इन 3 करोड़ रुपए में से तकरीबन 1.34 करोड़ रुपए अब तक नागरिकों को वापिस किए जा चुके है या उन्हें बैंक अकाउंट में फ्रिज कर दिया गया है। साइबर क्राइम का शिकार हुये लोगों के लिए पिछले एक महीने से भी अधिक समय से पुलिस द्वारा साइबर-संजीवनी नामक अभियान भी चलाया जा रहा है। 
पुलिस कमिश्नर अजय तोमर ने बयान देते हुये कहा कि पुलिस की टीम साइबर क्राइम का शिकार बने सभी लोगों को न्याय दिलाने की कोशिश कर रही है। बढ़ते हुये आंकड़ो को देखते हुये पुलिस द्वारा अभियान को और भी आगे बढ़ाया जा रहा है। अधिकारियों के अनुसार, यह आंकड़े और भी बढ़ सकते है। क्योंकि अभी भी कई लोग इंटरनेट का सुरक्षित इस्तेमाल करने में अक्षम है।  सूरत साइबर क्राइम सेल के असिस्टेंट कमिशनर ऑफ पुलिस ने बताया, साइबर फ़्रौड के केसों के निराकरण के कारण कई लोगों को उनके पैर वापिस मिले है। इसके चलते अधिक से अधिक लोग उनके साथ हुये धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज करवाने के लिए आगे आ रहे है। 
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