सूरत : उकाई बांध में 1 लाख क्यूसके की आय और जलस्तर 322.57 फुट दर्ज

सूरत : उकाई बांध में 1 लाख क्यूसके की आय और जलस्तर 322.57  फुट दर्ज

महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश में हो रही बरसात के कारण उकाई बांध में लगातार आय बढने से जलस्तर ३२२ फिट तक पहुंच गया है, अभी भी बांध खतरे के स्तर से बहुत दुर है।

हथनुर डेम के 41 गेट संपुर्ण खोलकर तापी नदी में 91 हजार क्सूसेक पानी छोड़ना जारी 
तापी नदी के महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश के केचमेन्ट क्षेत्र में बारीश लगातार जारी होने से  हथनुर बांध के सभी 41 गेट संपुर्ण खोलकर 91 हजार क्युसेक से अधिक पानी छोडना जारी है। हथनुर से छोडे गए पानी के कारण उकाई बांध में 1 लाख क्यूसेक से अधिक आय हो रही है। फिलहाल उकाई का जलस्तर खतरे के निशान से 22 फिट तक नीचे है। 
सूरत बाढ नियंत्रण कक्ष से मिली जानकारी के अनुसार महाराष्ट्र में लगातार भारी बरसात हो रही है। तापी नदी के उपरी क्षेत्र में अच्छी बार‌िश के कारण हथनुर बांध खतरे के निशान पर पहुंच गया था। तापी नदी पर मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र की सीमा पर भुसावल के नजदीक हथनुर बांध का खतरे का स्तर 214 मीटर है। मध्यप्रदेश में भी तापी नदी के उपरी क्षेत्र में हो रही भारी बारीश के कारण हथनुर बांध में बरसात के पानी की नयी आय अधिक क्षमता में आ रही है। इस लिए हथनुर बांध के 41 गेट संपुर्ण खोलकर जितना पानी हथनुर बांध में आ रहा है उतना संपुर्ण पानी तापी नदी में छोडा जा रहा है। रविवार शाम को हथनुर बांध का जल स्तर 208.630 मीटर दर्ज हुआ है। हथनुर बांध से तापी नदी में 91 हजार क्यूसेक पानी का डिस्चार्ज हो रहा है। उकाई बांध का खतरे का स्तर 345 फिट है जिसके सामने रविवार को उकाई का जलस्तर 322.57 फिट दर्ज हुआ है। उकाई बांध में उपरी क्षेत्र से 1 लाख क्यूसेक पानी की आय हो रही है जिसके सामने बांध से केनाल के लिए मात्र 600 क्यूसेक पानी छोडा जा रहा है। उकाई के उपरी क्षेत्र में तापी नदी के केचमेन्ट एरिया में पिछले 24 घंटों के दौरान सभी गेज स्टेशनों में  बारीश दर्ज हुई है। उकाई बांध में लगातार तीन दिनों से एक लाख क्यूसेक से अधिक पानी की आय हो रही है। जिसके कारण तीन  दिनों में उकाई बांध के जलस्तर में 8 फिट की वृध्दि दर्ज हुई है। उकाई में अभी और एक दिन तक एक लाख क्यूसेक पानी की आय जारी रहेगी। उकाई बांध खतरे के निशान से बहुत दुर होने से अभी उकाई बांध से तापी नदी में पानी छोडने की कोई संभावना नहीं है। 
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