सूरतः एपीएमसी में नियमों का उल्लंघन करनेवालो पर कार्यवाही करने के लिए राज्यपाल से पेशकश

सूरतः एपीएमसी में नियमों का उल्लंघन करनेवालो पर कार्यवाही करने के लिए राज्यपाल से पेशकश

सूरत कृषी उत्पादन खरीद बिक्री मंडी (एपीएमसी) के चेयरमेन ने नियमों का उल्लंघन करके अपने चहिते लोगों की अवैध रूप से भर्ती करके किसानों और सदस्यों के साथ अन्याय करने की गुहार जिला कांग्रेस समिति ने राज्यपाल से लगाई है।

सूरत जिला कांग्रेस समिति के अध्यक्ष आनंद चौधरी ने अवैध नियुक्तीयों पर उठाए कई सवाल 
सूरत में कृषि मंडी समिति (एपीएमसी)  में अनियमितताओं और नियमों-उपनियमों के उल्लंघन करने वालों की जिम्मेदारी तय करने तथा  किसानों के हित में कार्रवाई करने के लिए  सूरत जिला कांग्रेस समिति  द्वारा राज्यपाल,  सहकारिता मंत्री एवं गुजरात के सहकारी सचिव को एक पत्र लिख कर पेशकश की गयी। 
 सूरत जिला कांग्रेस समिति के अध्यक्ष एवं मांडवी विधायक आनंदभाई चौधरी ने राज्य के सहकारिता सचिव नलिन उपाध्याय को लिखे पत्र में कहा है कि सूरत एपीएमसी को चेअरमेन अपनी प्राईवेट कंपनी समझकर उसका संचालन कर रहे है। चेअरमेन के राजनैतिक रूप से पदाधिकारियों तथा अधिकारियों के साथ नजदिकी संबंध होने से सेक्रेटरी को संपुर्ण जानकारी होने के बावजुद कोई कार्यवाही नही की। इन सभी अनियमितताओं के बारे में जांच करके कानुनी कार्यवाही एपीएमसी एक्ट की धारा 44, 50  तथा 46 के तहत जांच करने की अपिल की गई है। 
सूरत एपीएमसी के दो डिरेक्टर स्व.धीरूभाई पटेल (किसान) और स्व. हसमुखभाई गांधी (व्यापारी) के अवसान की जानकारी सेक्रेटरी से कि गई या नही? अभी तक रिक्त पद पर चुनाव क्यों नही किए? एपीएमसी एक्ट में कोई भी निर्वाचित सदस्य की डायरेक्ट नियुक्ती का कोई प्रावधान नही होने के बावजुद मृतक किसाने के रिक्त पद पर प्रिन्स पटेल और व्यापारी के स्थान पर किशोर छगनलाल दलाल की नियुक्ती अयोग्य रुप से की गयी है। 
सूरत एपीएमसी दक्षिण गुजरात की सबसे बडी कृषी उत्पादन खरीद बिक्री मंडी है जिसमें कार्यालय अधिक्षक की पोस्ट एक जिम्मेदारी वाला पद है। इस पद पर नियुक्ती के लिए किसी भी प्रकार की विज्ञापन के बगैर चेअरमेन ने पुत्र के मित्र की पत्नी वैशालीबेन पटेल की डायरेक्ट नियुक्ती कर दी है। धर्मेश पटेल चेअरमेन का दत्तक पुत्र है जिसे एकाउन्टन्ट के रूबप मे नियुक्त कर दिया है। क्लार्क अंकित गोहिल की नियुक्ती भी अयोग्य रूप से डायेरक्ट नियुक्त कर दी है। एपीएमसी के चीफ इन्सपेक्टर निवृत्त होने के बावजुद उन्हे तीन सालों से अवैध रूप से कोन्ट्राक्ट पर रखा गया है। इंस्पेक्टर हरेशभाई काथरोटीया ने स्वै‌च्छिक इस्तीफा देकर निवृत्ती के सभी लाभ प्राप्त करने के बावजुद उनकी कोन्ट्राक्ट बेज पर नियुक्ती की गयी है। 
उपरोक्त सभी नियुक्ती अनियमित रुप से की गई है। एपीएमसी में कई पद सालों से रिक्त है उनके विज्ञापन देने के बाद इंटरव्युह भी होते है मगर उनकी जानबुझकर नियुक्ती नही होती। उपरोक्त मामलों की योग्य जांच करने के लिए सूरत जिला कांग्रेस समिति के अध्यक्ष आनंदभाई चौधरी ने योग्य जांच की मांग की है। 
Tags: