सूरत: अब से एसएमसी के कर्मचारी नहीं बल्कि रोबोट्स करेंगे शहर में नाले की सफाई

सूरत: अब से एसएमसी के कर्मचारी नहीं बल्कि रोबोट्स करेंगे शहर में नाले की सफाई

इस काम के दौरान हो रही कर्मचारियों की मौत को देखते हुए उठाया ये कदम

सूरत नगर निगम (एसएमसी) के कर्मचारियों की अक्सर नाले की सफाई के दौरान मौत हो जाती है। ड्रेनेज सिस्टम में दम घुटने की वजह से इस तरह की घटनाएं पहले भी कई बार हो चुकी हैं। ऐसे में एसएमसी ने इस समस्या से निपटने के लिए आधुनिक तकनीक विकसित कर ली है। दरअसल सूरत नगर निगम ने अब नाले की सफाई के लिए मशीनरी मदद लेनी शुरू कर दी है। इसका मतलब जल्द ही रॉबर्ट नाले की सफाई का काम करते नजर आएंगे, ना कि ड्रेनेज की सफाई करने वाले कर्मचारी। राज्य सरकार ने सूरत नगर निगम को नालों की सफाई के लिए दो रोबोट मशीनें आवंटित की हैं।
सूरत नगर निगम के पास फिलहाल 8 रॉबर्ट मशीनें हैं। इस रॉबर्ट मशीन को ड्रेनेज में सफाई के लिए उतारा जाता है। और यह खुद ही सफाई करता है। सूरत के पुराने क्षेत्र में वर्षों पुरानी जल निकासी लाइन के अलावा, जनसंख्या और क्षेत्र में वृद्धि के साथ जल निकासी नेटवर्क भी बढ़ा है।
शहर में फिलहाल 114 अलग-अलग मशीनों से ड्रेनेज की सफाई की जा रही है। लेकिन 2006 से, सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद श्रमिकों को जल निकासी मैनहोल में प्रवेश करने से रोक दिया गया है। और अब रॉबर्ट मशीन द्वारा इसकी सफाई के लिए सफाई चालू कर दी गई है। निगम इससे पहले 14.75 करोड़ रुपये की लागत से 8 रॉबर्ट मशीनें खरीद चुका है। और अब राज्य सरकार द्वारा दो और मशीनें दान में दी गई हैं। यानी अब शहर में कुल 10 रॉबर्ट मशीनें हैं जो नाले की सफाई का काम करेंगी।
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