सूरतः अखिल भारत हिंदू महासभा ने गाय को राष्ट्रमाता घोषित करने की मांग के साथ कलेक्टर को दिया आवेदन

सूरतः  अखिल भारत हिंदू महासभा ने गाय को राष्ट्रमाता  घोषित करने की मांग के साथ कलेक्टर को दिया आवेदन

15 दिन में सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं मिली तो आंदोलन किया जाएगा

गाय को राष्ट्रमाता घोषित करने की मांग के साथ अखिल भारत हिन्दू महासभा ने सूरत कलेक्टर को आवेदन पत्र सौंपा है। साथ ही 15 दिनों में यदि सकारात्मक जवाब नहीं दिया तो  आंदोलन की धमकी दी है। गौ रक्षा के लिए शुरू की गई कुछ महत्वपूर्ण योजनाओं को भाजपा सरकार ने बंद कर दिया है। जो वास्तव में गौरक्षकों और गाय प्रेमियों के लिए चौंकाने वाली बात है। अखिल भारत हिंदू महासभा द्वारा दिए गए आवेदन में कहा गया था कि भारत में गायों को गौरी, गीता, गंगोत्री और मां की उपाधि दी जाती है और हिंदू धर्म की आस्था का प्रतीक है। अनादि काल से सभी लोग गाय की पूजा करके ही अपने कर्म करते रहे हैं। गाय को राष्ट्रमाता घोषित करने के लिए पहले भी कई साधु-संतों और लोगों द्वारा कई आंदोलन किए जा चुके हैं।
सूरत में अखिल भारत हिंदू महासभा द्वारा सूरत कलेक्टर को एक आवेदन पत्र सौंपा गया। आवेदन देने के लिए बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे। हाथ में गौ माता राष्ट्र माता लिखा बैनर लेकर  सूरत कलेक्टर को आवेदन सौंपा गया था। अखिल भारत हिन्दू महासभा द्वारा दिये गये आवेदन में बताया गया है कि हम संवेदनशील सरकार से नम्र अपील करते हैं कि गाय को राष्ट्र माता घोषित किया जाए। साथ ही सरकार से अपील करते हैं कि 15 दिनों में सकारात्मक प्रतिक्रिया दें। यदि सकारात्मक उत्तर नहीं दिया तो  तो निकट भविष्य में आंदोलन होगा।
सरकार ने गुरुरक्षक को प्रोत्साहित करने के लिए पुरस्कार देने की योजना, जीवदया हेल्पलाइन योजना, पशु पहचान पद्धति की योजना, आदर्श गौचर योजना,  बछड़ा बैल परिवहन लागत योजना, 
मवेशियों के गोबर से जैविक खाद बनाने की योजना, पशुपालन की योजना एवं पशुपालकों-किसानों को पशु विकास प्रशिक्षण योजना, डिस्प्ले यूनिट लाइब्रेरी योजना,  गायों का आर्थिक उत्पादन बढ़ाने के लिए प्रचार-प्रसार की योजना आदि योजनाएं बंद कर दी गई है। 
Tags: