
सूरत में बढ़ता कोरोना का प्रकोप कारोबार पर कर रहा चोट, जानें क्या कहना है चैंबर अध्यक्ष का
By Loktej
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नाइट कर्फ़्यू के कारण व्यापारियों में मच जाती है भगदड़, सरकार को करना चाहिए विचार
कोरोना के बढ़ते कहर के कारण सूरत में हालात काफी हद तक बिगड़ चुके हैं। प्रतिदिन बढ़ रहे कोरोना मरीजों और मृतकों की तादाद के चलते अस्पतालों से लेकर शमशान गृहों तक कतार लगी हुई हैं।
कोरोना के इस कहर ने सभी को प्रभावित किया है। खास तौर पर शहर के व्यापारीयों और मजदूरों को तकलीफ़ों का सामना करना पड़ रहा है। कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच सरकार ने नाइट कर्फ़्यू का ऐलान किया है, जिसके चलते शाम होते ही व्यापरियों में दुकान बंद करने की होड़ सी मच जाती है।
वर्तमान हालात पर मीडिया से बात करते हुये साउथ गुजरात के चेम्बर ऑफ कॉमर्स के प्रमुख दिनेश नावडिया ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि मौजूदा अवस्था में मनुष्य का जीवन और उसका व्यापार दोनों ही जरूरी है। दिनेश भाई ने कहा की वह और चेम्बर के सभी व्यापारी सरकार के सभी निर्णय को स्वीकारते हैं, पर कर्फ़्यू के समय के बारे में अवश्य सोचने की आवश्यकता है। रात के 8 बजे के कर्फ़्यू के कारण व्यापारियों में अफरा-तफरी का माहौल है। इसके अलावा शनि और रविवार को स्वयंभू कर्फ़्यू के लिए भी वह सहमत हैं।
इसके अलावा चेम्बर ऑफ कॉमर्स में शुरू हुये कोविड सेंटर के बारे में बताते हुये दिनेश भाई ने कहा की कोविड सेंटर स्थापित करने में सभी व्यापारियों का काफी बड़ा योगदान है। इसके अलावा सभी व्यापारियों द्वारा सिविल अस्पताल के डॉक्टरों को दो समय नाश्ता देने के बारे में भी सहमति हुई है।
उल्लेखनीय है कि बढ़ रहे कोरोना के केसों के कारण सरकार द्वारा 30 अप्रैल तक रात के 8 से सुबह 6 बजे तक का कर्फ़्यू लगा दिया गया है। जिसके चलते शाम होते ही लोग अपनी दुकाने बंद करना शुरू कर देते हैं।