सूरत : किसी ऐरे-गैरे से मत ले लेना आयुष्यमान कार्ड, फर्जी भी बनते हैं आजकल; जानें बुजुर्ग के साथ क्या हुआ

सूरत : किसी ऐरे-गैरे से मत ले लेना आयुष्यमान कार्ड, फर्जी भी बनते हैं आजकल; जानें बुजुर्ग के साथ क्या हुआ

सूरत के कतारगाम इलाके में रहने वाले खिमजीभाई के साथ हुआ धोखा, दोनों बेटों का आयुष्मान कार्ड भी नकली

सूरत के कतारगाम इलाके में लगभग दो साल पहले हुये एक स्नेहमिलन समारोह में भावनगर के एक व्यक्ति ने प्रति व्यक्ति 700 रुपए लेकर आयुष्मान कार्ड बनाए थे। हालांकि एक बुजुर्ग द्वारा अस्पताल में जब यह आयुष्मान कार्ड पेश किया गया तो पता चला की यह कार्ड नकली थे। जिसके चलते भावनगर के व्यक्ति के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई गई और पुलिस ने उसे हिरासत में लिया था। 
प्रति आदमी 700 रुपए के हिसाब से बना रहा था आयुष्मान कार्ड
विस्तृत जानकारी के अनुसार, मूल रूप से भावनगर के और सूरत के आंबातलावडी गजानंद पार्क सोसाइटी के रहने वाले 62 वर्षीय खिमजीभाई रामजीभाई पिछली 5 मई 2019 को सरिता सोसाइटी में हुये स्नेहमिलन समारोह में गए थे। जहां एक टेबल पर चोगठ गाँव के मुकेशभाई डाह्याभाई मकवाना आयुष्मान कार्ड की जानकारी दे रहे थे और साथ में खुद वह कार्ड बनाकर दे सकते हैं ऐसे पेंप्लेट भी बाँट रहे थे। इसके चलते खिमजीभाई ने मुकेशभाई का नंबर लिया था। एक महीने बाद हरिदर्शन के पास मुकेशभाई ने खिमजीभाई को बुलाया था। खिमजीभाई अपने दोनों पुत्रो के साथ वहाँ गए और तीनों के 2100 रुपए देकर मुकेशभाई को अपनी और अपने दोनों पुत्रों के आधारकार्ड की नकल दी थी। 
लगभग एक हफ़्ते बाद मुकेशभाई ने फिर से खिमजीभाई को फोन किया था और उसी जगह जाकर खिमजीभाई अपना आयुष्मान कार्ड लेकर आए थे। इसके बाद 5 जुलाई 2020 को खिमजीभाई को हार्टअटैक आया और उन्हें महावीर अस्पताल में दाखिल किया गया। जहां उन्होंने अपना आयुष्मान कार्ड दिखाया था। हालांकि जब अस्पताल के कर्मचारियों ने उसे चेक किया तो वह कार्ड नकली मालूम पड़ा। इसके चलते महावीर अस्पताल के डोकटरों ने उन्हें किसी भी प्रकार की सरकारी सहाय देने से मना कर दिया। 
अस्पताल में दिखाने पर पता चली असलियत
अस्पताल द्वारा आयुष्मान कार्ड नहीं चलेगा ऐसा पता चलने पर खिमजीभाई ने मुकेशभाई को फोन किया था। तब मुकेशभाई ने कार्ड के बारे में गोल गोल बाते की और उनके सवाल का कोई भी सही जवाब नहीं दिया। अस्पताल का बिल देने के बाद जब उन्होंने अपने दोनों पुत्रों के नाम के आयुष्मान कार्ड की जांच की तो वह भी नकली मालूम पड़ा। इसके बाद खिमजीभाई ने मुकेशभाई के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई थी। जिसके आधार पर पुलिस ने मुकेशभाई को हिरासत में लिया हैं। पुलिस अब यह जांच कर रही हैं की मुकेश ने और कितने लोगों का नकली आयुष्मान कार्ड बनवाया हैं। 
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