सूरत : ‘मजूरा के मित्र’ हर्ष संघवी का बढ़ता जा रहा राजनीतिक कद, लगातार बढ़ रहा जीत का मार्जिन

सूरत : ‘मजूरा के मित्र’ हर्ष संघवी का बढ़ता जा रहा राजनीतिक कद, लगातार बढ़ रहा जीत का मार्जिन

1.16 लाख की लीड से जीत हासिल की, सभी विरोधी उम्मीदवारों की जमानत जब्त

सूरत की मजूरा विधानसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी और गुजरात के गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी का राजनीतिक कद लगातार बढ़ता जा रहा है। इस चुनाव में हर्ष संघवी ने 116675 मतों के फासले से भव्य जीत हासिल की है। हर्ष संघवी की प्रचंड जीत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उनके खिलाफ मैदान में नोटा को छोड़कर तीन उम्मीदवार थे और तीनों प्रत्याशियों की जमानत जब्त हुई है। 


मतगणना के आंकड़ों पर नजर करें तो हर्ष संघवी को जहां कुल 1,33,335 मत मिले, वहीं उनके निकतटम प्रत्याशी आम आदमी पार्टी के पी वी एस शर्मा को 16,660, कांग्रेस के बलवंत जैन को 9,447  और बहुजन समाज पार्टी के रमेशप्रसाद चमार को 904 वोट मिले। नोट के पक्ष में 2315 वोट गये। इस प्रकार यदि मजूरा विधानसभा क्षेत्र में जहां कुल 1.62 लाख मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया, उनमें से 82% वोट भाजपा के उम्मीवार हर्ष संघवी के खाते में गये। इससे साफ झलकता है कि ये टक्कर किस हद तक इक-तरफा रही थी। 
मजूरा विधानसभा सीट का आखिरी परिणाम


बताते चलें कि हर्ष संघवी को जहां इस बार के चुनाव में 1,16,675 वोटों की लीड मिली है, वहीं उन्होंने इसी मजूरा विधानसभा सीट से सर्वप्रथम 2012 में पहली बार चुनाव लड़ा था और तब 71,000 वोटों की बढ़त से विजयी हुए थे। उसके बाद वर्ष 2017 में वे 85,827 मतों के मार्जिन से लगातार दूसरी बार विजयी हुए थे। अब उन्होंने तिकड़ी स्थापित की है। ‌


चुनाव में जीत हासिल करने के बाद हर्ष संघवी ने अपने सोशल मीडिया हैंडल से अपने समर्थकों के प्रति आभार जताया और कहा कि ‘मित्र हूं और रहूंगा!’ उन्होंने मीडिया के साथ बातचीत में भाजपा की प्रदेश में प्रचंड जीत पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह सत्ता नहीं, विश्वास और संबंधों का चुनाव था। विपक्ष ने गुजरात को, गुजरात के लोगों को बदनाम करने में कोई कसर नहीं छोड़ी थी। गुजरात की जनता का मोदी जी के प्रति विश्वास और रिश्तों की मजबूत बुनियाद ने विपक्ष को कहीं का नहीं छोड़ा।


मतगणना केंद्र से जैसे ही हर्ष संघवी की जीत की आधिकारिक घोषणा हुई, उनके समर्थकों ने उन्हें हाथों-हाथ लिया और कंधे पर बैठाकर हजारों की तादाद में लोग उनके विजयी जुलुस में शामिल हुए। हर्ष संघवी ने इसी दौरान सड़क के किनारे चाय की थड़ी पर अपने शुभचिंतकों और साथी कार्यकर्ताओं के साथ चाय की चुस्कियां भी लीं। फिलहाल हर्ष संघवी प्रदेश के गृह राज्य मंत्री हैं और उनका ये छोटा लेकिन प्रभावी कार्यकाल रहा है। अब लगातार तीसरी बार चुनाव जीत कर विधानसभा पहुंच रहे हर्ष संघवी को पुनः मंत्रिमंडल में प्रमुख स्थान मिलेगा इसमें कोई संदेह नहीं होना चाहिये।