गुजरात : बीजेपी ने नहीं दी टिकट,अब पूर्व विधायकों में नाराजगी का माहौल, कर रहे हैं पार्टी का विरोध

गुजरात : बीजेपी ने नहीं दी टिकट,अब पूर्व विधायकों में नाराजगी का माहौल, कर रहे हैं पार्टी का विरोध

पूर्व सीएम शंकरसिंह वाघेला का कांग्रेस में फिर से प्रवेश, मधु श्रीवास्तव जैसे लोगों के बीच बगावत का माहौल

गुजरात में जल्द ही विधानसभा चुनाव होने वाले है। इस दौरान सारी पार्टियों द्वारा अपनी-अपनी तैयारियों को अंतिम रूप देना शुरू किया। साथ सभी पार्टी अपने लिए उम्मीदवारों के नाम का ऐलान करना शुरू कर दिया है। अब गुजरात की राजनीति के समीकरण बदलने वाली खबर सामने आई है। दरअसल पूर्व सीएम शंकरसिंह वाघेला का कांग्रेस में फिर से जाने को तैयार है। शंकर सिंह वाघेला 12 तारीख को कांग्रेस में शामिल होंगे। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की मौजूदगी में बापू कांग्रेस में शामिल होंगे। गौरतलब है कि शंकरसिंह बापू के बेटे महेंद्रसिंह वाघेला पहले ही कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं। शंकर सिंह वाघेला को लेकर काफी समय से कयास लगाए जा रहे थे। हालांकि, अब यह तय है कि वह कांग्रेस में शामिल होंगे।

बीजेपी के टिकट कटते ही मधु श्रीवास्तव बगावत के मूड में


भाजपा द्वारा अपने उम्मीदवारों के नाम की घोषणा के साथ ही कुछ उम्मीदवारों के पत्ते काट गए हैं। इस बात ने राजनीति माहौल को गरम कर दिया है। बीजेपी ने जिन उम्मीदवारों को टिकट नहीं दिए हैं उनमें सबसे चर्चित चेहरा मधु श्रीवास्तव हैं। वाघोड़िया विधानसभा में विधायक मधु श्रीवास्तव ने खुद को टिकट नहीं दिए जाने पर नाराजगी जताई है। मिली जानकारी के मुताबिक दबंग विधायक को उनका काम न करना बल्कि नेतागिरी करना भारी पड़ गया है। आपको बता दें कि मधु श्रीवास्तव पिछले छह कार्यकाल से वाघोड़िया विधानसभा के लिए चुने गये थे। पिछले पांच वर्षों में उनके क्षेत्र में लोग भ्रष्टाचार, अत्याचार, विवादास्पद टिप्पणियों, सड़कों, सीवरों, सिंचाई समस्याओं, पेयजल समस्याओं से पीड़ित है। कोरोना काल और बाढ़ के हालात में भी लोगों की मदद न करने के कारण लोगों के मन में मधु के प्रति खासी नाराजगी थी।

लोगों को भी नहं पसंद आ रहा था मधु श्रीवास्तव का शासन


आपको बता दें कि मधु श्रीवास्तव द्वारा ईमानदार टीडीओ काजल अंबालिया का तबादला करने पर सरपंच भी मधु श्रीवास्तव के खिलाफ खड़े हो गए। संगठन ने इस बार लगातार प्रत्याशी बदलने की मांग की थी। वहीं मधु श्रीवास्तव को उनका ये घमंड कि इस विस्तार में उन्हीं को टिकट मिलेगा! उन पर बहुत भारी पड़ गया। वडोदरा जिले के भाजपा अध्यक्ष अश्विन पटेल जैसे साधारण कार्यकर्ताओं को टिकट दिया गया है। इसको लेकर बीजेपी कार्यकर्ताओं और संगठन में खुशी देखने को मिल रही है। ऐसे में अब उम्मीद है कि बीजेपी से पत्ता कटने के बाद मधु श्रीवास्तव नाराजग में बीजेपी के खिलाफ मोर्चा बनाने के लिए समर्थकों का सहारा ले सकते हैं। मधु श्रीवास्तव के निर्दलीय चुनाव लड़ने की संभावना है।

इस सीट को लेकर हो रहा हैं बवाल


गुजरात में विधानसभा चुनाव होने वाले है। इसी के मद्देनजर भाजपा ने जैसे ही अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की, कुछ सीटों पर नाराजगी भी नजर आने लगी है। आपको बता दें कि बीजेपी ने नंदोद विधानसभा सीट पर डॉ दर्शनबेन देशमुख के नाम का ऐलान किया है। उनका नाम सामने आते ही नंदोद तालुक के कार्यकर्ताओं में आक्रोश फैल गया। नंदोद भाजपा कार्यकर्ताओं ने एकत्र होकर इस उम्मीदवार का विरोध किया और हर्षद वसावा को निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में खड़े होने के लिए जोर देने की बात कही। इसके लिए कार्यकर्ता फंड भी जुटाएंगे। हर्षद वसावा निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ सकते हैं। हर्षद वसावा के भाजपा के सभी पदों से इस्तीफा देने की संभावना है। हर्षद वसावा के समर्थन में भाजपा के हजारों कार्यकर्ता कल इस्तीफा देंगे।