आणंद : मंदिर के पुजारी ने ही बनाया मंदिर में साफ सफाई करने वाली बच्ची को अपने हवस का शिकार

बीते छः महीने से बच्ची का शोषण कर रहा है पुजारी, आपत्तिजनक तस्वीरें खींचकर करता था ब्लैकमेल

राज्य में नाबालिग लड़कियों के साथ हो रहे शारिरिक शोषण की घटनाओं में कोई कमी होती नजर नहीं आ रही है। हम आये दिन ऐसे मामलों से रूबरू होते रहते है। अब आणंद में एक हवसी पुजारी की पापलीला उजागर हुई है। मंदिर में  झाड़ू पोछा करने के लिए आने वाली मजदूर वर्ग के परिवार के नाबालिग की भद्दी तस्वीरें लेकर उसे ब्लैकमेल कर रहा था। जिसके बाद पुजारी ने नाबालिग से ब्लैकमेल करके बार-बार दुष्कर्म किया। हालांकि पुजारी की घटना का खुलासा होते ही वह पुलिस हिरासत में आ गया है। हवासखोर पुजारी ने छह माह तक 15 वर्षीय नाबालिग को अपनी हवस का शिकार बनाया।

जानिए क्या है पूरा मामला

मामले में मिली जानकारी के अनुसार धुवरन के इंद्रधुमेश्वर महादेव मंदिर में रहने वाले एक 70 वर्षीय पुजारी खंभात ने एक मजदूर वर्ग के परिवार की 15 वर्षीय लड़की की नग्न तस्वीरें लीं, जो मंदिर में साफ सफाई किया करती थी। इसके बाद उसे ब्लैकमेल कर बीते छः महीने से बार-बार उसके साथ बलात्कार की घटना को अंजाम दिया था। पुजारी की हरकतों से बच्ची काफी चुपचाप रहने लगी। बच्ची के बदले हुए व्यवहार से उसकी माँ को कुछ अजीब लगा, तो उसने सगीरा से बातचीत की।  सगीरा ने जब अपनी मां को अपने पूरी घटना के बारे में बताया तो वह चौंक गई और उसके पैरों तले से जमीन खिसक गई।

बच्ची की माँ ने सरपंच और अन्य लोगों को बताई पुजारी की हकीकत

बच्ची की मां को जब पुजारी की करतूत का पता चला तो उसने गांव के सरपंच और स्थानीय नेताओं से भी जानकारी साझा की। बाकी सारे लोग भी इस बात से दंग रह गए। इस मामले में गांव के सरपंच ने भी पुजारी से बात की तो पुजारी ने सरपंच समेत नेताओं के नाम लिखकर आत्महत्या करने की धमकी दी।

पुलिस ने हिरासत में लिया

इसके बाद गांव वालों ने पुलिस में पुजारी के खिलाफ मामला दर्ज कराया। पुलिस ने पुजारी को हिरासत में लेते हुई उसके कमरे से तीन मोबाइल, एक लैपटॉप, वेब कैमरा, कार्ड रीडर और तीन मेमोरी कार्ड जब्त किए हैं।  प्रारंभिक जांच में 4 नग्न तस्वीरें मिलीं।  जिस पर उनका नाम लिखा हुआ था।  पुलिस 46,000 मूल्य का कीमती सामान जब्त कर आगे की जांच के लिए एफएसएल भेजा गया है। पता चला है कि आरोपी पुजारी अमरनाथ वेदांती उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं और 2007 से इंद्रधुमेश्वर महादेव मंदिर में रहकर पूजा-अर्चना कर रहा था।