गुजरात में राजस्थानी महिलाओं को बेचने के काले कारोबार का भंडाफोड़, तीन पकड़ाए

गुजरात में राजस्थानी महिलाओं को बेचने के काले कारोबार का भंडाफोड़, तीन पकड़ाए

राजस्थान की पिंडवाड़ा पुलिस ने इस रैकेट का भंडाफोड़ किया

गुजरात में हर दिन अपराधिक मामलें बढ़ते जा रहे है. इस समय राज्य का क्राइम रेट बढ़ा हुआ है। शराबबंदी के बाद भी ऑनलाइन बिक्री, बेधड़क शराब की बिक्री, महिलाओं के साथ प्रताड़ना आदि मामलों के बाद अब महिलाओं को बेचने का संगीन और गंभीर समस्या सामने आई है. पुलिस ने दुसरे राज्यों से औरतों को गुजरात लाकर बेचने वाले रैकेट को पकड़ा है। राजस्थान की आदिवासी महिलाओं को गुजरात में बेचने के रैकेट का पर्दाफाश हुआ है।
जानकारी के अनुसार राजस्थान की पिंडवाड़ा पुलिस ने इस रैकेट का भंडाफोड़ किया है। जिसमें राजस्थान से महिलाओं को दलालों के जरिए गुजरात लाया गया था। पिंडवाड़ा पुलिस ने उत्तरी गुजरात गिरोह को गिरफ्तार कर आगे की जांच शुरू कर दी है। 3 आरोपियों को मालेकपुर, सिद्धपुर और मनसाना बिलोदरा से गिरफ्तार किया गया है। फिलहाल राजस्थान पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार कर लिया है और आगे की जांच कर रही है।
गौरतलब है कि जिस मामले में 2 नाबालिगों को नौकरी दिलाने का लालच देकर दुष्कर्म किया गया था, उस मामले में पुलिस की जांच चल रही थी। इस दौरान महिलाओं को बेचने के घोटाले का पर्दाफाश हुआ। राजस्थान पुलिस ने खेरालू के मालेकपुर की रमीला उर्फ   रामी ठाकोर, मनसाना के बिलोदरा के विनुजी उर्फ   वनराज ठाकोर और सिद्धपुर के चटवाड़ा के दलपत उर्फ   गणपति रावल को गिरफ्तार किया है। इस घोटाले में कौन शामिल है और कौन मास्टरमाइंड है? अब तक कितनी महिलाओं को बिक्री के लिए गुजरात भेजा गया था, इसकी कार्यप्रणाली क्या थी, इसको लेकर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है?
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