जानें किसने कहा, हार्दिक पटेल को नहीं मिलेगा पाटीदारों का समर्थन!

जानें किसने कहा, हार्दिक पटेल को नहीं मिलेगा पाटीदारों का समर्थन!

एसपीजी चेरमेन लालजी पटेल का बयान

पिछले लंबे समय से चल रही अटकलों का अंत हुआ है और हार्दिक पटेल के भारतीय जनता पार्टी में प्रवेश को हरी झंडी मिल गई है। हार्दिक आगामी 2 जून को अहमदाबाद में प्रदेश कार्यालय पर अपने समर्थकों के साथ भाजपा की कंठी बांधेंगे। कहा जा रहा है कि हार्दिक पटेल को भाजपा में प्रवेश देने के पीछे पार्टी की मंशा पिछले लंबे अरसे से पार्टी से नाराज चल रहे पाटीदार समुदाय के एक वर्ग को साधना है। हालांकि इस राजनीतिक लक्ष्य को पूरा करने में हार्दिक पटेल को कितनी कामयाबी मिलेगी यह आने वाला समय ही बतायेगा। इसी बीच एसपीजी के अध्यक्ष लालजी पटेल ने हार्दिक पटेल की आलोचना की है। भाजपा में प्रवेश की उनकी खबरों पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने हार्दिक को स्वार्थी करार दिया। उन्होंने कहा कि समाज के लोग जान गये हैं कि हार्दिक ने सारे निर्णय निजी स्वार्थ को ध्यान में रखकर लिये हैं। आज कांग्रेस में दाल नहीं गली तो उन्होंने उसे छोड़ कर भाजपा का दामन थाम लिया। कल भाजपा में नहीं चली तो कहीं ओर चले जायेंगे। 
लालजी पटेल ने कहा कि जब हार्दिक पटेल कांग्रेस में थे तो कांग्रेस के समर्थक पाटीदारों ने उनको साथ दिया। आज वे भाजपा में जायेंगे तो भाजपा समर्थक पाटीदार उनके साथ जुड़ सकते हैं। लेकिन विगत वर्षों में समाज के हितों को लेकर सड़कों पर उतरे पाटीदार लोगों में कोई भी हार्दिक का साथ देने वाला नहीं है।
अल्पेश कथिरिया
उधर एक समय आंदोलन में हार्दिक पटेल की सहयोगी रही और वर्तमान में एनसीपी नेता रेश्मा पटेल ने अपनी प्रतिक्रिया में हार्दिक के कदम को आत्मघाती करार दिया है। उन्होंने कहा कि उन्हें ऐसा लगता होगा कि वह भाजपा में जाकर कुछ बड़ा कर सकेंगे, तो ऐसा होना नहीं है। कांग्रेस में रहकर उनका जो वजूद पैदा हुआ था वह पूरा नष्‍ट हो जायेगा।
पास के कन्वीनर अल्पेश कथिरिया ने अपनी प्रतिक्रिया में ‌हार्दिक को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि भाजपा में शामिल होने से पहले यदि हार्दिक यह स्पष्ट कर दें कि पाटीदार आंदोलन के दौरान युवाओं पर हुए केस वापस लेने के संबंध में और पीड़ित परिवारों के प्रतिनिधि को सरकारी नौकरी देने के संबंध में पार्टी का रूख क्या है, तो बेहतर होगा। अल्पेश ने कहा कि भाजपा अपनी पार्टी में लोगों को शामिल करने के लिये साम, दाम, दंड और भेद का उपयोग करती है और हार्दिक भी इसका एक हिस्सा हो सकते हैं। 
उधर मनोज पनारा ने हार्दिक के कदम को विनाशकाले विपरीत बुद्धि करार दिया। वहीं दिनेश बांभणिया ने भी ‌हार्दिक के कदम को आत्मघाती बताया।