गुजरात : आसमान से रहस्यमयी गोलों के गिरने का सिलसिला जारी, तीसरी घटना घटी

गुजरात के विभिन्न इलाकों में आसमान से रहस्यमयी गोलों के गिरने का सिलसिला जारी है। जिन्हें ‘एलियन बॉल’ के नाम से पुकारा जा रहा है, ऐसे लोहे के विशाल गोले किन्हीं उपग्रहों के अवशेष होने की संभावना व्यक्त की जा रही है। गुजरात में ऐसे 3 मामले अब तक हो चुके हैं जिसमें ताजा मामला सावली तहसील के पोईचा कनाडा गांव का है। इससे पहले आनंद जिले के शीली, खानकुवा और दागजीपूरा गांव में आकाश से गेंद नुमा गोले गिरे थे। उसके बाद खेड़ा जिले की नडियाद तहसील के भूमेल सेवरिया तालावडी में खेत में ऐसा ही गोला गिरा था। ताजा मामला पोईचा गांव के किसान राजेंद्र सिंह वाघेला के खेत में हुआ है। घटना के बाद सावली पुलिस ने गोले को अपने कब्जे में ले लिया है। खेत में ऐसे गोले गिरने के बाद गांववासियों में कुतूहल है और वे भीड़ के रूप में एकत्रित होकर चर्चाओं के द्वार चलाते हैं।
नडियाद तहसील के भूमेल सेवरिया तालावडी के पास पोल्ट्री फॉर्म में शुक्रवार को रात को महेंद्र भाई पटेल अपने खेत के पास सो रहे थे तभी उनके अनुसार रात 2:30 बजे के करीब अपने पड़ोसी दिनेश भाई परमार के खेत में कुछ गिरने की जोर से आवाज आई। आधी रात को उन्होंने जाकर देखा तो कोई गोला नुमा चीज में से गर्म भाप निकल रही थी। वे रात को तो पोल्ट्री फार्म लौट आए लेकिन सुबह 6:30 बजे खेत मालिक दिनेश भाई के साथ वापस गए तो देखा कि काला बड़ा गोला वहां गिरा हुआ था। उस पर 4 बोल्ट भी फिट किए हुए थे। मामले की सूचना सरपंच और उपसरपंच को दी गई और उसके बाद पुलिस पहुंची और पुलिस ने आकर उस गोले को अपने कब्जे में लिया और चकलासी पुलिस थाने ले गए। मामले की सूचना एफएसएल को भी दी गई है। आकाश से बरस रहे ऐसे रहस्यमई गोलू के संबंध में अब पुलिस इसरो की मदद लेगी।
उम्मीद की जा सकती है कि इसरो की जांच के बाद इन रहस्यमई पदार्थों की असलियत का पता चल पाएगा। आकाश में सैकड़ों किलोमीटर दूर से जमीन पर आकर गिरने के बावजूद गोले जिस प्रकार से बिना नुकसान के पढ़े लिखे हैं इससे अनुमान लगाया जा सकता है कि वह वजन में हल्की अवश्य हैं लेकिन उनकी मजबूती काफी अधिक है। बता दें कि आसमान से गिरने वाले इन घोड़ों के मामलों में किसी प्रकार की जान हानि या नुकसान नहीं हुआ है। लेकिन लोगों में कुतूहल अवश्य है।
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