गुजरात : अहमदाबाद के 450 अस्पतालों में लगेगा ताला! जानिए क्या है वजह?

गुजरात : अहमदाबाद के 450 अस्पतालों में लगेगा ताला! जानिए क्या है वजह?

31 मई 2021 तक सी फार्म रजिस्ट्रेशन नहीं होने पर अहमदाबाद के 450 अस्पतालों को ताले लगाने की स्थिति सर्जित हुई है

अहमदाबाद अस्पताल में एक बार फिर बीयू की अनुमति का मामला सामने आया है।  31 मई 2021 तक सी फॉर्म का पंजीकरण नहीं होने पर अहमदाबाद की 450 जितने अस्पतालों को ताले लगाने की स्थिति सर्जित हुई है। अहमदाबाद हॉस्पिटल्स एंड नर्सिंग होम्स एसोसिएशन ने मामले के तत्काल समाधान की मांग की है। अगर अगले शुक्रवार तक कोई फैसला नहीं होता है, तो निजी अस्पताल के डॉक्टर सड़कों पर उतरकर विरोध-प्रदर्शन करेंगे, ऐसी चेतावनी दी है। 
 अहमदाबाद नगर निगम द्वारा फॉर्म-सी का पंजीकरण न होने के कारण अहमदाबाद शहर के 450 अस्पतालों का पंजीकरण अटका हुआ है। बीयू की अनुमति के मामले में अस्पतालों के सी फॉर्म का पंजीकरण अटका है। जिसके कारण  आहना द्वारा  तत्काल बिना बीयू अन्य शर्तों के पालन के साथ सी फॉर्म का रजिस्ट्रेशन करके देने की मांग की है। अगर कोई समाधान नहीं निकला तो अगले शनिवार को अहमदाबाद शहर में सभी चिकित्सा सुविधाएं बंद कर दी जाएगी, ऐसा आहना के प्रमुख भरत गढ़वी ने कहा है। उन्होंने कहा कि 1949 से 2021 तक हम पंजीकरण के लिए आवश्यक सभी दस्तावेज जमा करते रहे हैं लेकिन इस बार समस्या खड़ी हो गई है क्योंकि बीयू की अनुमति अनिवार्य कर दी गई है। नर्सिंग होम के लिए पंजीकरण उसके कर्मचारियों की योग्यता के साथ-साथ डॉक्टरों की योग्यता के सत्यापन के बाद दिया जाता है। जिसके लिए कभी बीयू की अनुमति की जरूरत पड़ी ही नहीं। अहमदाबाद में अन्य सेवाओं के लिए इस तरह के पंजीकरण की आवश्यकता नहीं होती। रेस्तरां के लिए ऐसे नियमों को दरकिानर कर मंजूरी दे दी जाती है। यदि शहर में 450 से ज्यादा नर्सिंग होम बंद हो गए तो आने वाले दिनों में स्वास्थ्य सेवाएं और महंगी हो जाएंगी। अगर सरकार यही तरीका अपनाती है तो भविष्य में करीब 900 नर्सिंग होम बंद हो सकते हैं। 
हम मरीजो की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं, हम अग्नि सुरक्षा उपकरणों के साथ-साथ फायर एनओसी में कोई समझौता नहीं करना चाहते हैं। हम सरकार से यह सुनिश्चित करने की अपील करते हैं कि बीयू नियम पूरे राज्य में समान रूप से लागू हों। 
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