गुजरात : एक ऐसा मंदिर जहाँ पैसा दान देना हैं पाप

गुजरात : एक ऐसा मंदिर जहाँ पैसा दान देना हैं पाप

भचाऊ से 12 किलोमीटर दूर कबरौ गांव में स्थित हैं ये मंदिर जहाँ दान में मात्र अन्न स्वीकार किया जाता है

इस देश में विभिन्न मंदिर हैं। इनमें से कुछ मंदिरों में कुछ ऐसे नियम या प्रथा हैं जो सामने से अलग होते हैं। आप मोगल माता के बारे में तो जानते ही होंगे। भारत के एक खास हिस्से में मोगल माता का अति-महत्व हैं। ऐसा मन जाता है कि मोगल माता के सामने आत्मसमर्पण करने वाले लोग कभी दुखी नहीं होते। आज हम आपको मोगल के एक ऐसे मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं जिससे दान के रूप में पैसें देना निषेध हैं।
जानकारी के अनुसार मोगल माता का यह मंदिर भचाऊ से 12 किलोमीटर दूर कबरौ गांव में स्थित है। मोगल असल में कबराउ में वड़ना के पेड़ के नीचे बैठे हैं। मंदिर में किसी भी प्रकार का दान स्वीकार नहीं किया जाता है बल्कि यहाँ धन दान करना पाप है। मंदिर में आने वाले भक्तों को मुफ्त भोजन दिया जाता है।यहां किसी भी प्रकार का सोना-चांदी का दान स्वीकार नहीं किया जाता है। मंदिर में केवल एक ही चीज स्वीकार की जाती है, वह है लोगों का दुख-दर्द जो मोगल माता से प्रार्थना करने से दूर हो जाता है।
गौरतलब है कि मंदिर में केवल अन्नदान स्वीकार किया जाता है। जिसका उपयोग भक्तों को खिलाने के लिए किया जाता है। बाकी का दान स्वीकार नहीं किया जाता है।कबराउ में मुगलों के दर्शन के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं। आज तक मुगलों ने एक ऐसे काम में लोगों का काम अपने हाथ में लिया है, जिस पर उन्होंने विचार भी नहीं किया। इसलिए लोगों की यह आस्था मंदिर से जुड़ी हुई है और सबसे अच्छी बात यह है कि इस मंदिर में लोगों से धर्म के नाम पर चंदा नहीं लिया जाता है।
Tags: Gujarat