गुजरात : वेतन समय पर ना होने से प्रदेश के 2 लाख प्राथमिक शाला शिक्षकों कि स्थिति खस्ता

गुजरात : वेतन समय पर ना होने से प्रदेश के 2 लाख प्राथमिक शाला शिक्षकों कि स्थिति खस्ता

समय पर वेतन ना होने के कारण शिक्षकों के घर का बजट बिगड़ा

राज्य की 33 हजार प्राथमिक स्कूलों में काम करने वाले 2 लाख शिक्षकों की मार्च महीने की पगार ना होने के कारण शिक्षकों की स्थिति खस्ता हो गई है। वेतन ना होने के कारण विभिन्न तरह की लोन भरने वाले शिक्षकों की स्थिति काफी परेशानी वाली हो गई है। 
सरकार द्वारा राज्य सरकार के विभिन्न विभागों में काम करने वाले कर्मचारियों का वेतन 1 से 5 तारीख के बीच हो जाती है, ऐसी बात कई बार कहीं जाती है। हालांकि यदि बार करे सरकारी प्राथमिक स्कूल के शिक्षकों की तो उनके अनुसार, कभी भी उनका वेतन 1 से 5 के बीच नहीं होता। हालांकि इस बार तो अप्रैल महिना भी आधा हो गया है, पर अब तक वेतन नहीं हुआ है। कुछ ही दिन पहले मार्च महीने के वेतन के लिए ग्रांट रिलीज की गई थी। हालांकि अभी जिले में से हर तालुके का ड्राफ्ट बनने के बाद शिक्षकों को वेतन का भुगतान होगा, जिसमें अभी भी समय लग सकता है। 
एक और पुरानी पेंशन योजना के साथ राज्य के विभिन्न शैक्षणिक संगठनों के विरोध प्रदर्शन के अलावा इस बार मार्च महीने में वेतन की देरी से शिक्षकों में विरोध देखा जा रहा है। एक महीने का वेतन ना मिलने के कारण कई शिक्षको के घर का बजट बिगड़ चुका है।
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