साबरकांठा : एक बार फिर भड़की हिंसा, 11 आरोपियों की रिमांड मंजूर

साबरकांठा : एक बार फिर भड़की हिंसा, 11 आरोपियों की रिमांड मंजूर

पुलिस-सेना छावनी में बदला जिला, हर तरफ हिंसक झड़प के निशान, पुलिस समेत सुरक्षा बल हालात को नियंत्रण में रखने के लिए कर रहे हैं हर संभव प्रयास

गुजरात के साबरकांठा जिले के हिम्मतनगर में माहौल बहुत सही नहीं है। यहां एक बार फिर दोबारा सांप्रदायिक झड़पें हुई हैं। रामनवमी के हिंदू त्योहार के अवसर पर रविवार को इलाके में हुई हिंसक झड़प के एक दिन बाद सोमवार रात को भी सांप्रदायिक हिंसा भड़क गई। रविवार की घटना के बाद हिम्मतनगर में सुरक्षा बलों की भारी तैनाती की गई थी, लेकिन इसके बाद भी सोमवार को फिर भी झड़प हो गई।जानकारी के अनुसार सोमवार की  रात दो समुदायों के बीच झड़प के दौरान पेट्रोल बम का इस्तेमाल किया गया। भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया। मौके पर एक हजार से अधिक पुलिसकर्मी मौजूद थे। स्थिति तनावपूर्ण रही लेकिन नियंत्रण में थी। झड़प को लेकर पुलिस की जांच चल रही है। गुजरात के गृह मंत्री हर्ष संघवी मंगलवार को इस क्षेत्र का दौरा करेंगे।

इस बारे में पुलिस अधीक्षक विशाल वाघेला ने कहा, 'हमें सूचना मिली थी कि इफ्तार के दौरान पथराव हुआ था। इसके बाद मौके पर पहुंचकर हमें स्थिति को नियंत्रित में लाने के लिए  आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े। साथ ही हमने 10 असामाजिक तत्वों को पकड़ कर प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है। बता दें कि जब पुलिस मौके पर पहुंची तो वहां पथराव हो रहा था। आरएएफ और स्थानीय पुलिस तैनात है। स्थिति अब नियंत्रण में है।आपको बता दें कि रामनवमी यानी रविवार को विशेष समुदाय के लोगों द्वारा कई दुकानों, वाहनों और घरों में आग लगा दी गई और भारी पथराव किया गया। इस मामले में पुलिस ने तीन प्राथमिकी दर्ज की और 50 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया। 

मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने राज्य के हिम्मतनगर और खंभात में रामनवमी पर हुए कार्यक्रमों की समीक्षा के लिए गृह राज्य मंत्री हर्ष सांघवी की मौजूदगी में गृह विभाग की उच्च स्तरीय बैठक बुलाई.  मुख्यमंत्री ने पुलिस और गृह विभाग को बताया कि गुजरात देश में एक शांतिपूर्ण, सुरक्षित, सुरक्षित और विकसित राज्य के रूप में प्रतिष्ठित राज्य है।  हिंसा के मुद्दे पर ए संभाग थाने में दर्ज शिकायत पर पुलिस ने 11 आरोपियों को हिम्मतनगर अदालत में पेश किया।  पुलिस ने 7 दिन के रिमांड की मांग की लेकिन केवल 3 दिन की रिमांड दी गई।