हवाई यात्रा के दौरान मांसाहारी भोजन परोसने पर रोक लगाने की मांग; आपको क्या लगता है ऐसा होना चाहिए?

हवाई यात्रा के दौरान मांसाहारी भोजन परोसने पर रोक लगाने की मांग; आपको क्या लगता है ऐसा होना चाहिए?

हाल ही में एक शुद्ध शाकाहारी यात्री को टोक्यो-दिल्ली की उड़ान में गलती से मांसाहारी भोजन परोसा गया

हाल ही में सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ है जिसमें देखा जा सकता है कि एक जैन परिवार विमान के मौजूद स्टाफ से ये शिकायत करता है कि वो जैन है जबकि उसे जैन खाने के नाम पर मांस खिला दिया गया। इस वीडियो के सामने आने पर विवाद हुआ था और अब गुजरात पशु कल्याण बोर्ड के सदस्यों ने अब घरेलू उड़ानों में मांसाहारी भोजन परोसने पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है। बोर्ड के सदस्यों और जैन समुदाय के कुछ नेताओं ने नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को पत्र लिखकर सभी एयरलाइनों को मांसाहारी भोजन परोसने से रोकने का निर्देश देने को कहा है।
आपको बता दें कि भारत से पशुधन निर्यात का मुद्दा उठाने वाले बोर्ड के सदस्य राजेंद्र शाह ने 30 मार्च को सिंधिया को एक पत्र लिखकर कहा: “यह अनुरोध शाकाहारी यात्रियों की ओर से किया जा रहा है, जिनकी उड़ानों में मांसाहारी भोजन परोसने से भावनाएँ बहुत आहत हुई हैं। जब शाकाहारी भोजन के बजाय मांसाहारी भोजन परोसा जाता है तो कड़ाई से शाकाहारी यात्री बहुत अधिक व्यथित और आहत महसूस करते हैं।” यह एक कथित घटना से शुरू हुआ था जब एक शुद्ध शाकाहारी यात्री को टोक्यो-दिल्ली की उड़ान में गलती से मांसाहारी भोजन परोसा गया था। इस बारे में बात करते हुए शाह ने कहा, 'इस यात्री से मेरी बात हुई, जो प्याज, लहसुन और आलू भी नहीं खाता है। उनके माता-पिता भी बहुत नाराज थे, इसलिए मैंने सरकार से नॉन-वेज खाना परोसना बंद करने को कहा।
भारत के पशु कल्याण बोर्ड के एक अन्य सदस्य मित्तल खेतानी ने कहा, “यह शाकाहारी और मांसाहारी भोजन का मुद्दा नहीं है, बल्कि स्वच्छता का भी है। मांसाहारी भोजन की गुणवत्ता हमेशा संदिग्ध बनी रहती है। फ्लाइट में बहुत से लोगों को लगता है कि मांसाहारी खाना पचाना मुश्किल होता है, इसलिए बेहतर है कि केवल शाकाहारी खाना ही परोसा जाए। राजकोट के वर्धमान नगर जैन देरासर के ट्रस्टी प्रकाश शाह ने कहा, “हम कुछ सब्जियां नहीं खाते क्योंकि उनमें कीड़े होते हैं, इसलिए कोई सोच भी नहीं सकता कि जब कोई हमारे पास बैठता है और मांसाहारी भोजन करता है तो हमें कितना बुरा लगता है। हम चाहते हैं कि सरकार उड़ानों पर नॉन-वेज फूड पॉलिसी लागू करे।